जौनपुर: पुलिस ने 12 दवा की दुकानों के मालिकों और दो अन्य लोगों के खिलाफ एक मामला दर्ज किया है, जिन पर कथित तौर पर कोडीन-आधारित खांसी की दवा की बड़ी हड़प में शामिल होने का आरोप है। अधिकारियों ने रविवार को यह जानकारी दी।
सिटी के पुलिस अधीक्षक आयुष श्रीवास्तव ने कहा कि मामला ड्रग इंस्पेक्टर राजत कुमार पांडेय की शिकायत पर दर्ज किया गया है। आरोपियों में कथित मास्टरमाइंड शुभम जायसवाल और उनके पिता भोला प्रसाद को धोखाधड़ी और जुर्माने के आरोप में शामिल किया गया है।
ड्रग विभाग की जांच में पाया गया कि करीब 37 लाख बोतलें कोडीन सिरप की कीमत लगभग 57 करोड़ रुपये की थी, जिसे एक दर्जन से अधिक दवा की दुकानों द्वारा फर्जी दस्तावेजों के माध्यम से बेचने का दावा किया गया था।
सप्लाई को एक रांची स्थित कंपनी से प्राप्त किया गया था, जिसे कागज पर कई यूपी जिलों में पहुंचाया गया था, लेकिन वास्तव में यह बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल जैसे राज्यों में तस्करी के लिए भेजा जा रहा था।
इस रैकेट का खुलासा तब हुआ जब गाजियाबाद में एक ट्रक में सिरप को जब्त किया गया। इसके बाद, एफएसडीए (फूड सेफ्टी एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन) यूपी ने 12-19 नवंबर तक एक सप्ताह के अभियान का आयोजन किया, जिसमें बड़े पैमाने पर बिलिंग और रिकॉर्ड्स में हेरफेर का खुलासा हुआ।
सिटी के पुलिस अधीक्षक कौस्तुभ ने इस मामले की जांच के लिए एक तीन सदस्यीय एसआईटी का गठन किया है।

