Last Updated:July 17, 2025, 12:33 ISTUP News: उत्तर प्रदेश की योगी सरकार सभी विधायकों के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की विशेष ट्रेनिंग करवाने जा रही है. विधानसभा के मॉनसून सत्र में सभी विधायकों की ट्रेनिंग होगी ताकि वे भी नई तकनीक का उपयोग कर अपने …और पढ़ेंLucknow News: योगी सरकार विधायकों को दिलवाएगी AI की ट्रेनिंग हाइलाइट्सयूपी के विधायकों अब आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की विशेष ट्रेनिंग दी जाएगीयोगी सरकार ने मॉनसून सत्र में इसके लिए विशेष सत्र का आयोजन किया हैयोगी सरकार सभी विधायकों को लेटेस्ट टेक्नोलॉजी से उनका परिचय करवाना चाहती हैलखनऊ. उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने अपने विधायकों को आधुनिक तकनीक से जोड़ने के लिए एक अनूठी पहल शुरू की है. राज्य सरकार विधायकों को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) की जानकारी प्रदान करने जा रही है, ताकि उनके कामकाज को और प्रभावी बनाया जा सके. इस ट्रेनिंग कार्यक्रम का आयोजन मानसून सत्र के दौरान विशेष सत्र के रूप में किया जाएगा.
सरकार के इस प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य विधायकों को तकनीकी रूप से सशक्त करना और उनके कामकाज से जुड़ी प्रक्रियाओं में सुधार लाना है. प्रशिक्षण में एआई के उपयोग से विधायकों को अपने क्षेत्र की समस्याओं का समाधान, नीति निर्माण और जनहित के कार्यों को बेहतर तरीके से करने में मदद मिलेगी. यह पहल राज्य में शासन प्रणाली को डिजिटल और आधुनिक बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है.
ट्रेनिंग का स्वरूप
मानसून सत्र के दौरान आयोजित होने वाले इस विशेष सत्र में विधायकों को एआई के बुनियादी पहलुओं और इसके व्यावहारिक उपयोग के बारे में बताया जाएगा. ट्रेनिंग में शामिल होंगी ऐसी तकनीकें जो विधायकों के कामकाज, जैसे जनसमस्याओं का विश्लेषण, डेटा प्रबंधन और निर्णय लेने की प्रक्रिया को सुगम बनाएंगी. विशेषज्ञों की टीम द्वारा यह प्रशिक्षण दिया जाएगा, जिसमें प्रैक्टिकल सेशन भी शामिल होंगे.
सरकार की प्रतिबद्धता
उत्तर प्रदेश सरकार ने तकनीकी उन्नति को बढ़ावा देने के लिए यह कदम उठाया है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यह ट्रेनिंग विधायकों को भविष्य के लिए तैयार करेगी और राज्य के विकास में उनकी भूमिका को और सशक्त करेगी. यह पहल न केवल विधायकों के लिए उपयोगी होगी, बल्कि राज्य के प्रशासनिक ढांचे को भी मजबूत करेगी.
विधायकों ने कदम को सराहा
इस घोषणा के बाद विधायकों और जनता में उत्साह देखा जा रहा है. कई विधायकों ने इसे एक सकारात्मक कदम बताया है, जिससे वे तकनीक के माध्यम से अपने निर्वाचन क्षेत्र की समस्याओं का समाधान करने में सक्षम होंगे. विशेषज्ञों का मानना है कि यह ट्रेनिंग राज्य में डिजिटल शासन को बढ़ावा देगी और पारदर्शिता लाएगी. यह ट्रेनिंग सत्र 17 जुलाई 2025 से शुरू होने वाले मानसून सत्र के साथ ही विधायकों के लिए एक नई शुरुआत होगी.Amit Tiwariवरिष्ठ संवाददाताPrincipal Correspondent, LucknowPrincipal Correspondent, Lucknow Location :Lucknow,Uttar Pradeshhomeuttar-pradeshयूपी के माननीय भी बनेंगे हाईटेक, योगी सरकार MLAs को दिलवाएगी AI की ट्रेनिंग