फर्रुखाबाद: आलू के लिए प्रसिद्ध फर्रुखाबाद का जायका बिना भुने आलू के पूरा नहीं होता. यहां की प्रसिद्ध पापड़ी आलू, चने, प्याज, दही और कई प्रकार के मसालों के साथ तैयार की जाती है. यह पापड़ी फर्रुखाबाद के अलावा आसपास के जनपदों में भी बहुत प्रसिद्ध है. यहां के लोग भी फर्रुखाबाद से पापड़ी मंगवाकर खाते हैं.
फर्रुखाबाद के फतेहगढ़ में हर नुक्कड़, तिराहे और चौराहे पर लगी ठेली पर पापड़ी खाने वाले युवाओं की भीड़ लगी रहती है. इससे शहर में इसका कारोबार दोगुना हो गया है. दुकानदार बताते हैं कि देशभर में आलू के लिए प्रसिद्ध फर्रुखाबाद में प्रतिदिन लाखों रुपए का पापड़ी का कारोबार होता है. जिस प्रकार यहां पर तीखे मसाले और सब्जियों से पापड़ी को तैयार किया जाता है, इनका तरीका भी अलग है जो अन्य जनपदों के लोगों को आकर्षित करता है. दुकानदार बताते हैं कि उनका तरीका इतना अलग है कि पापड़ी का एक अलग ही स्वाद आता है, इसमें तीखे मसाले का प्रयोग किया जाता है जो इसका स्वाद बढ़ा देता है.
फर्रुखाबादी जायका अपने आप में अलग पहचान रखता है, यहां के भुने आलू और पापड़ी का भी अलग स्वाद है. आसपास के जनपदों के लोग शहर से पापड़ी मंगवाकर खाते हैं, वही प्रत्येक दिन यहां पर हजारों लोगों को यह पापड़ी खूब भा रही है. जिसका कारण अन्य जनपदों से शहर में आए लोग भी सुबह के समय पापड़ी और शाम को भुने आलू का मजा ले रहे हैं.
पूरे जिले में मिलती हैं यह खास डिश
फर्रुखाबाद में वैसे तो कई प्रमुख स्थान हैं जहां पर प्रतिदिन पापड़ी की बिक्री होती है. जिसमें कमालगंज, मोहम्मदाबाद, फतेहगढ़, कंपिल और फर्रुखाबाद शहर में अच्छी खासी बिक्री होती है. फर्रुखाबाद के फतेहगढ़ में चूड़ी वाली गली के सामने मंदिर के पास पापड़ी के दुकानदार बताते हैं कि वह पिछले 7 वर्षों से यहां पर पापड़ी की दुकान लगाते आ रहे हैं.
हाथों से मसाले करते हैं तैयार
खुद हाथों से पीसकर मसाले तैयार करते हैं. सुबह दुकान लगाते ही ग्राहकों की भीड़ लग जाती है. ऐसे समय पर जब बिक्री अच्छी होती है तो 200 से 300 पापड़ी तक प्रतिदिन बिक जाती है. वहीं मौसम के हिसाब से अच्छी बिक्री होती है. ऐसे समय पर वह दो से तीन हजार रूपए की प्रतिदिन कमाई कर लेते हैं. महीने में पचास से साठ हजार रुपए की बचत भी हो जाती है.
पापड़ी बनाने की रेसिपी
गेहूं के आटे से गोल आकार में पापड़ी तैयार की जाती है. वही सब्जियों को मिलाकर के एक मिश्रण बनाया जाता है. जिसमें नींबू और तीखे मसाले का तड़का लगाने के साथ ही इसमें सलाद के रूप में हरी सब्जियां डाली जाती है. वही बाद में दही का प्रयोग होता है जो इसके स्वाद को बढ़ा देती है. पापड़ी तैयार करने के लिए सबसे पहले उबला हुआ आलू, चना, प्याज, टमाटर और हरी मिर्च के साथ ही धनिया, नींबू, काला नमक जीरा, लाल मिर्च, जलजीरा, गेहूं का आटा और सोयाबीन तेल व टमाटर के साथ ही पिसे हुए स्पेशल मसाले का प्रयोग किया जाता है.