उत्तर प्रदेश की एसटीएफ ने मेरठ और आसपास के जिलों में निवेश के नाम पर ठगी करने वाले एक गिरोह का भंडाफोड़ किया है. इस गिरोह के दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, जिन्होंने फर्जी कंपनियां बनाकर पोंजी स्कीम के जरिए लोगों को ठगने का काम किया था.
एसटीएफ की टीम ने इस गिरोह का खुलासा करते हुए सरगना शक्ति सिंह और उसके साथी मंजीत गौर को सहारनपुर से गिरफ्तार कर लिया है. गिरफ्तार आरोपियों से एसटीएफ ने 2 लाख रुपए नगद, एप्पल का मैकबुक लैपटॉप और अलग-अलग बैंकों की चेकबुक बरामद की है. पूछताछ में सामने आया है कि यह गैंग मेरठ, आसपास के जिलों और पड़ोसी राज्यों में लोगों को निवेश के नाम पर ठगता था.
पोंजी स्कीम से करते थे ठगी
आरोपियों ने कम समय में पैसा दोगुना करने और डॉलर में निवेश करने का लालच देकर लोगों को जाल में फंसाया था. फर्जी कंपनी बनाकर पोंजी स्कीम के जरिए लोगों से पैसा निवेश कराया जाता था. एसटीएफ ने बताया है कि आरोपियों ने कई फर्जी कंपनियां बनाई थीं, जिनमें SB Lifeaid Retail Private Limited, ENZO Globel, TRADYX PRO और Winner Vision Globel शामिल थीं. इन कंपनियों के नाम पर ही लोगों से निवेश कराया जाता था.
एसटीएफ ने खुलासा किया है कि मेरठ के अनिल और राजकुमार इस पूरे नेटवर्क में शक्ति सिंह के मुख्य सहयोगी के रूप में काम कर रहे थे. यह गिरोह लोगों को निवेश के नाम पर ठगने के लिए मेरठ, आसपास के जिलों और पड़ोसी राज्यों में सक्रिय था. एसटीएफ की कार्रवाई से यह गिरोह अब ठगी करने का काम नहीं कर पाएगा.