Last Updated:August 13, 2025, 16:53 ISTLakhimpur News : लखीमपुर खीरी के बिजुआ ब्लॉक के ऐलनगंज और कांप गांव में आज भी बिजली नहीं है. ग्रामीण अंधेरे में जीने को मजबूर हैं, जिससे उनकी रोजमर्रा की जिंदगी में कई समस्याएं होती हैं.लखीमपुर खीरी: देश को आजाद हुए 70 साल से भी ज्यादा का समय हो गया है और हम अमृत काल में कदम रख चुके हैं, लेकिन उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जिले के कुछ गांव अब भी विकास की रोशनी से वंचित हैं. बिजुआ ब्लॉक के ऐलनगंज और कांप गांव में आज भी बिजली नहीं पहुंच पाई है. यहां के लोग कई पीढ़ियों से अंधेरे में जीने को मजबूर हैं और इसके चलते उन्हें रोजमर्रा की जिंदगी में कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है.
अंधेरे में जीवन जीने को मजबूर ग्रामीणजोधा लाल, जो लगभग 85 साल के हैं, बताते हैं कि उनके पिता के जमाने में भी गांव में बिजली नहीं थी और आज भी नहीं है. शाम होते ही पूरे गांव में अंधेरा छा जाता है. लोग दीपक और मोमबत्तियों की रोशनी पर निर्भर रहते हैं, वहीं बच्चे इन्हीं की मद्धम रोशनी में पढ़ाई करते हैं. बुजुर्ग बताते हैं कि उनकी उम्र बीत गई, लेकिन गांव की स्थिति में कोई बदलाव नहीं आया. कई पीढ़ियां बिजली का इंतजार करती रही और कुछ लोग इस इंतजार में दुनिया छोड़ गए.
जंगलों और बरसात में बढ़ती परेशानियां
ग्रामीण बताते है कि गांव के पास पड़ोसी जंगल होने के कारण जंगली जानवर अक्सर गांव में आ जाते हैं और लोगों पर हमला करते हैं. बरसात के मौसम में स्थिति और बिगड़ जाती है. युवा मनोज कुमार बताते हैं कि जंगल के रास्तों से निकलना मुश्किल हो जाता है, खासकर जब शाम के 6 बजे के बाद वन विभाग के आदेश से रास्ते बंद कर दिए जाते हैं. गर्भवती महिलाएं और बीमार लोग इस दौरान अस्पताल नहीं पहुंच पाते और कई बार गंभीर हालात बन जाते हैं.
विकास की रोशनी से वंचितस्थानीय लोग बताते हैं कि चुनावों के समय नेताओं ने कई वादे किए, लेकिन कोई स्थायी समाधान नहीं हुआ. बच्चों को आज भी दीए की रोशनी में पढ़ाई करनी पड़ती है. गर्मी इतनी होती है कि पंखा भी नहीं चला सकते, और मिट्टी का तेल भी उपलब्ध नहीं है.
न्यूज़18 को गूगल पर अपने पसंदीदा समाचार स्रोत के रूप में जोड़ने के लिए यहां क्लिक करें।Location :Lakhimpur,Kheri,Uttar PradeshFirst Published :August 13, 2025, 16:53 ISThomeuttar-pradesh3 पीढ़ियों ने नहीं देखी बिजली!यूपी के इस गांव में आज भी दीये की रोशनी में जीवन