वाराणसी. उत्तर प्रदेश में 13 हजार मदरसे अवैध रूप संचालित हो रहे हैं, एसआईटी की सर्वे रिपोर्ट में यह खुलासा हुआ है. जांच रिपोर्ट सामने आने के बाद उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री दया शंकर मिश्रा ने कहा कि सरकार कार्रवाई करेगी. वाराणसी में मीडिया से बात करते हुए मिश्रा ने कहा कि एसआईटी जांच में जो तथ्य निकलकर सामने आए हैं , कहीं न कहीं से बेहद ही चिंतनीय हैं.’ उन्होंने कहा कि पीएम मोदी का प्रयास था कि मद्रास में पढ़ने वाले बच्चों के हाथों में कंप्यूटर और आधुनिक पढ़ाई हो, वह अपने धर्म की शिक्षा लेने के साथ-साथ अन्य विषयों की भी शिक्षा प्राप्त करें जिससे उनके बारे में जो भ्रांतियां हैं वह दूर हों. उन्होंने कहा कि आने वाले दलों में एसआईटी की जांच को गंभीरता से लेगी. यह सरकार के ऊपर है कि वह किस तरह की कार्रवाई करेगी.

यूपी सरकार के मंत्री दया शंकर मिश्रा ने कहा, ‘पूर्ववर्ती सरकारों ने मदरसों को कई तरह से मनमानी करने के लिए बढ़ावा दिया लेकिन वर्तमान योगी सरकार इन चीजों के लिए कि मदरसे में पढ़ने वाले बच्चों का बहुत अच्छा भविष्य हो, वहां की पढ़ाई व्यवस्था में सुधार हो और आधुनिक विषयों की पढ़ाई की जाए, ये सरकार की प्राथमिकता है.’

अखिल भारतीय संत समिति मांग, ‘बंद होने चाहिए 13 हजार अवैध मदरसे’ उत्तर प्रदेश में भारत-नेपाल सीमावर्ती क्षेत्र में 13 हजार अवैध मदरसे संचालित हो रहे हैं, एसआईटी की सर्वे रिपोर्ट में यह खुलासा हुआ है. अखिल भारतीय संत समिति के महामंत्री स्वामी जितेंद्रानंद ने कहा कि ‘यह रिपोर्ट आश्चर्यजनक है. किसने दान दिया और कहां से पैसा आया. भारत-नेपाल सीमा पर यह मदरसे रातों-रात कैसे उग आए? इनमें क्या पढ़ाया जाता है? अवैध मदरसे भारत ,सनातन और हिंदुत्व के प्रति विद्रोह, देश को टुकड़े-टुकड़े करने की साजिश के हिस्से हैं. मैं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री से मांग करता हूं कि ऐसे अवैध मदरसे बंद होने ही चाहिए. इनका रिकॉर्ड, इनकी पढ़ाई, इनका सेलेब्स क्या है, इसकी जानकारी सरकार के पास होना ही चाहिए.’
.Tags: UP news, Varanasi newsFIRST PUBLISHED : March 7, 2024, 22:28 IST



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