गोरखपुर विकास प्राधिकरण (GDA) की पैराडाइज़ आवासीय योजना के तहत फ्लैट नहीं पाने वाले हजारों आवेदकों के लिए राहत की खबर है. GDA अब इन आवेदकों को करीब 47 करोड़ की पंजीकरण राशि वापस करने जा रहा है. लॉटरी प्रक्रिया में चयनित न होने वाले कुल 9213 लोगों को प्रशासनिक कटौती के बाद उनकी धनराशि लौटाई जाएगी.
गोरखपुर विकास प्राधिकरण (GDA) की पैराडाइज आवासीय योजना के अंतर्गत फ्लैट न पाने वाले हजारों आवेदकों के लिए राहत भरी खबर है. GDA जल्द ही इन असफल आवेदकों को उनकी लगभग 47 करोड़ की जमा राशि लौटाना शुरू करेगा. प्राधिकरण द्वारा यह प्रक्रिया लगभग पूरी कर ली गई है. इस योजना के तहत EWS (आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग) और LIG (निम्न आय वर्ग) के फ्लैटों के लिए कुल 9333 लोगों ने आवेदन किया था, जिनमें से सिर्फ 120 को ई-लॉटरी के माध्यम से फ्लैट मिल सके. इसका मतलब है कि 9213 आवेदकों को उनकी पंजीकरण राशि वापस की जाएगी.
GDA ने बताया कि हर आवेदक की जमा राशि में से 1000 की प्रशासनिक कटौती की जाएगी और शेष रकम उनके खातों में वापस भेजी जाएगी. आवेदन पत्रों की जांच के दौरान विभिन्न त्रुटियों के कारण 875 आवेदनों को पहले ही निरस्त कर दिया गया था. शेष 8458 सही आवेदनों को लॉटरी में शामिल किया गया था, जिसमें से 120 को फ्लैट आवंटित हुए.
SC/ST और वरिष्ठ नागरिकों को भी वापस मिलेगा पैसा SC, ST और वरिष्ठ नागरिक (Senior Citizens) को पंजीकरण के समय नियमानुसार केवल 5% शुल्क देना था. इस कारण उन्होंने आधी राशि ही जमा की था. अब इन वर्गों को भी 1000 की कटौती के बाद उनकी राशि वापस की जाएगी.
गलत बैंक डिटेल वालों को सतर्कता जरूरी GDA ने यह भी स्पष्ट किया है कि जिन आवेदकों ने गलत बैंक खाता नंबर या IFSC कोड दर्ज किया है, वे तुरंत GDA कार्यालय में संपर्क कर सुधार करवाएं. ऐसा करने से धनराशि वापसी में देरी नहीं होगी और पैसा समय पर खाते में पहुंचेगा।
फ्लैट बिक्री नहीं, आवेदन शुल्क से हुई 1.39 करोड़ की आय यह योजना एक निजी परियोजना है, इसलिए फ्लैटों की बिक्री से प्राप्त राशि बिल्डर को दी जाएगी. हालांकि, केवल आवेदन शुल्क से ही GDA को 1.39 करोड़ से अधिक की आय हुई है. इस योजना के पहले चरण में 70 LIG और 50 EWS फ्लैटों के लिए आवेदन आमंत्रित किए गए थे. LIG के लिए 1,08,000 और EWS के लिए 54,000 पंजीकरण शुल्क तय किया गया था.