नई दिल्ली में स्थित एक अस्पताल में हुई दुखद घटनाओं के बाद, एक और दुखद घटना सामने आई है। यह घटना तब हुई जब दो नवजात शिशुओं को सफलतापूर्वक उपचार के दौरान कीड़े के काटने से जान गंवानी पड़ी। यह घटना तब हुई जब दोनों नवजात शिशुओं को सफलतापूर्वक उपचार के दौरान कीड़े के काटने से जान गंवानी पड़ी।
यह घटना तब हुई जब दोनों नवजात शिशुओं को सफलतापूर्वक उपचार के दौरान कीड़े के काटने से जान गंवानी पड़ी। यह घटना तब हुई जब दोनों नवजात शिशुओं को सफलतापूर्वक उपचार के दौरान कीड़े के काटने से जान गंवानी पड़ी।
इस घटना के बाद, इंदौर पुलिस ने पहले नवजात शिशु के माता-पिता की तलाश में जुट गई। पुलिस अधिकारी ने बताया कि हमारी टीमें धार जिले के एक गांव में गईं, लेकिन माता-पिता का पता नहीं लगा। यह बताया जा रहा है कि पहले नवजात शिशु को अस्पताल में उपचार के दौरान ही छोड़ दिया गया था।
इस घटना के बाद, MGM मेडिकल कॉलेज ने कार्रवाई की है। दो नर्सों को सस्पेंड कर दिया गया है, नर्सिंग सुपरिंटेंडेंट को हटा दिया गया है, और कई कर्मचारियों को शो-कॉज नोटिस दिया गया है, जिनमें पैडियाट्रिक सर्जरी विभाग के प्रमुख भी शामिल हैं। इसके अलावा, अस्पताल द्वारा नियुक्त पेस्ट कंट्रोल एजेंसी पर एक लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया है।
इस घटना के बाद, एक उच्च-स्तरीय समिति का गठन किया गया है, जिसमें पांच डॉक्टर और एक नर्सिंग अधिकारी शामिल हैं। इस समिति को सात दिनों के भीतर रिपोर्ट देनी होगी।
इसी बीच, मध्य प्रदेश राज्य मानवाधिकार आयोग ने इस मामले को गंभीरता से लिया है और अस्पताल के मेडिकल सुपरिंटेंडेंट से विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। इसके अलावा, राज्य सरकार के स्वास्थ्य और शिक्षा विभाग के आयुक्त ने भी अस्पताल के मेडिकल सुपरिंटेंडेंट से पूछताछ की है।
यह अस्पताल मध्य प्रदेश का सबसे बड़ा सरकारी अस्पताल है और मध्य भारत के सबसे प्रमुख तृतीयक स्वास्थ्य केंद्रों में से एक है। सूत्रों के अनुसार, अस्पताल के परिसर में कीड़े की समस्या की शिकायतें पहले से ही आ रही थीं, जिससे स्वच्छता और अस्पताल के रखरखाव में लगातार कमियों की बातें सामने आ रही थीं।