अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की दो दिनों की गहमागहमी शुरू हो गई है। वह दक्षिण कोरिया में हैं और उनके कार्यक्रम में चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ बातचीत, एशिया-प्रशांत आर्थिक सहयोग (एपीईसी) नेताओं की बैठक में भाग लेना और दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति ली जाए-म्युंग के साथ महत्वपूर्ण बातचीत शामिल है।
ट्रम्प ने दक्षिण कोरिया में अपने आगमन पर पत्रकारों से कहा, “किम जोंग उन के साथ बैठक की बातें बहुत ही चर्चा में थी, लेकिन समय के कारण यह बैठक इस यात्रा में नहीं हो पाई। लेकिन कल शी जिनपिंग के साथ बैठक होगी। यह दुनिया के लिए बहुत महत्वपूर्ण है और हम सभी इसे देख रहे हैं।”
ट्रम्प की बातचीत उनके दक्षिण कोरियाई समकक्ष के साथ हो रही है, जब दोनों देश एक नए व्यापार समझौते को पूरा करने की दिशा में कदम बढ़ा रहे हैं।
हेनरी हैगार्ड, पूर्व अमेरिकी दूतावास के राजनयिक मामलों के सलाहकार ने फॉक्स न्यूज डिजिटल को बताया, “ट्रम्प का मुख्य उद्देश्य ली जाए-म्युंग के साथ बैठक करना है ताकि वे एक व्यापार समझौते को सुरक्षित कर सकें और इसके साथ ही 350 अरब डॉलर का निवेश अमेरिका में कर सकें।”
ट्रम्प की बातचीत के दौरान उन्होंने दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति को मजबूती से चीन के खिलाफ खड़े होने और रक्षा खर्च बढ़ाने के लिए कहा। दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति ली जाए-म्युंग को ट्रम्प के साथ मजबूत संबंध बनाने की कोशिश करनी होगी क्योंकि दोनों देशों के बीच संबंधों को स्थिर रखने के लिए यह महत्वपूर्ण है।
हैगार्ड ने कहा, “दोनों सरकारें एक व्यापार ढांचे को तैयार कर रही हैं जिसके तहत वे निवेश को बढ़ावा देने, आपूर्ति शृंखलाओं को संगठित करने और डिजिटल और औद्योगिक नीतियों के लिए नए मानक स्थापित करने की योजना बना रही हैं।”
विश्लेषकों का मानना है कि दक्षिण कोरिया की हाल ही में विदेशी तकनीकी कंपनियों पर अपनी नियंत्रित नीति ने वाशिंगटन में चिंता पैदा की है, जो इस समझौते को एक मौका मानते हैं कि वे निवेशकों की विश्वास को बढ़ावा दे सकें और क्षेत्र में चीन की बढ़ती पहुंच को रोक सकें।
हैगार्ड ने कहा, “दोनों देशों के बीच संबंधों को मजबूत बनाने के लिए यह महत्वपूर्ण है कि वे एक दूसरे के साथ सहयोग करें और एक दूसरे की जरूरतों को पूरा करें।”
ट्रम्प की बातचीत के दौरान उन्होंने दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति को चीन के खिलाफ मजबूती से खड़े होने और रक्षा खर्च बढ़ाने के लिए कहा। दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति ली जाए-म्युंग को ट्रम्प के साथ मजबूत संबंध बनाने की कोशिश करनी होगी क्योंकि दोनों देशों के बीच संबंधों को स्थिर रखने के लिए यह महत्वपूर्ण है।
हैगार्ड ने कहा, “दोनों सरकारें एक व्यापार ढांचे को तैयार कर रही हैं जिसके तहत वे निवेश को बढ़ावा देने, आपूर्ति शृंखलाओं को संगठित करने और डिजिटल और औद्योगिक नीतियों के लिए नए मानक स्थापित करने की योजना बना रही हैं।”
विश्लेषकों का मानना है कि दक्षिण कोरिया की हाल ही में विदेशी तकनीकी कंपनियों पर अपनी नियंत्रित नीति ने वाशिंगटन में चिंता पैदा की है, जो इस समझौते को एक मौका मानते हैं कि वे निवेशकों की विश्वास को बढ़ावा दे सकें और क्षेत्र में चीन की बढ़ती पहुंच को रोक सकें।
हैगार्ड ने कहा, “दोनों देशों के बीच संबंधों को मजबूत बनाने के लिए यह महत्वपूर्ण है कि वे एक दूसरे के साथ सहयोग करें और एक दूसरे की जरूरतों को पूरा करें।”
ट्रम्प की बातचीत के दौरान उन्होंने दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति को मजबूती से चीन के खिलाफ खड़े होने और रक्षा खर्च बढ़ाने के लिए कहा। दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति ली जाए-म्युंग को ट्रम्प के साथ मजबूत संबंध बनाने की कोशिश करनी होगी क्योंकि दोनों देशों के बीच संबंधों को स्थिर रखने के लिए यह महत्वपूर्ण है।
हैगार्ड ने कहा, “दोनों सरकारें एक व्यापार ढांचे को तैयार कर रही हैं जिसके तहत वे निवेश को बढ़ावा देने, आपूर्ति शृंखलाओं को संगठित करने और डिजिटल और औद्योगिक नीतियों के लिए नए मानक स्थापित करने की योजना बना रही हैं।”
विश्लेषकों का मानना है कि दक्षिण कोरिया की हाल ही में विदेशी तकनीकी कंपनियों पर अपनी नियंत्रित नीति ने वाशिंगटन में चिंता पैदा की है, जो इस समझौते को एक मौका मानते हैं कि वे निवेशकों की विश्वास को बढ़ावा दे सकें और क्षेत्र में चीन की बढ़ती पहुंच को रोक सकें।
हैगार्ड ने कहा, “दोनों देशों के बीच संबंधों को मजबूत बनाने के लिए यह महत्वपूर्ण है कि वे एक दूसरे के साथ सहयोग करें और एक दूसरे की जरूरतों को पूरा करें।”
ट्रम्प की बातचीत के दौरान उन्होंने दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति को मजबूती से चीन के खिलाफ खड़े होने और रक्षा खर्च बढ़ाने के लिए कहा। दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति ली जाए-म्युंग को ट्रम्प के साथ मजबूत संबंध बनाने की कोशिश करनी होगी क्योंकि दोनों देशों के बीच संबंधों को स्थिर रखने के लिए यह महत्वपूर्ण है।
हैगार्ड ने कहा, “दोनों सरकारें एक व्यापार ढांचे को तैयार कर रही हैं जिसके तहत वे निवेश को बढ़ावा देने, आपूर्ति शृंखलाओं को संगठित करने और डिजिटल और औद्योगिक नीतियों के लिए नए मानक स्थापित करने की योजना बना रही हैं।”
विश्लेषकों का मानना है कि दक्षिण कोरिया की हाल ही में विदेशी तकनीकी कंपनियों पर अपनी नियंत्रित नीति ने वाशिंगटन में चिंता पैदा की है, जो इस समझौते को एक मौका मानते हैं कि वे निवेशकों की विश्वास को बढ़ावा दे सकें और क्षेत्र में चीन की बढ़ती पहुंच को रोक सकें।
हैगार्ड ने कहा, “दोनों देशों के बीच संबंधों को मजबूत बनाने के लिए यह महत्वपूर्ण है कि वे एक दूसरे के साथ सहयोग करें और एक दूसरे की जरूरतों को पूरा करें।”
ट्रम्प की बातचीत के दौरान उन्होंने दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति को मजबूती से चीन के खिलाफ खड़े होने और रक्षा खर्च बढ़ाने के लिए कहा। दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति ली जाए-म्युंग को ट्रम्प के साथ मजबूत संबंध बनाने की कोशिश करनी होगी क्योंकि दोनों देशों के बीच संबंधों को स्थिर रखने के लिए यह महत्वपूर्ण है।
हैगार्ड ने कहा, “दोनों सरकारें एक व्यापार ढांचे को तैयार कर रही हैं जिसके तहत वे निवेश को बढ़ावा देने, आपूर्ति शृंखलाओं को संगठित करने और डिजिटल और औद्योगिक नीतियों के लिए नए मानक स्थापित करने की योजना बना रही हैं।”
विश्लेषकों का मानना है कि दक्षिण कोरिया की हाल ही में विदेशी तकनीकी कंपनियों पर अपनी नियंत्रित नीति ने वाशिंगटन में चिंता पैदा की है, जो इस समझौते को एक मौका मानते हैं कि वे निवेशकों की विश्वास को बढ़ावा दे सकें और क्षेत्र में चीन की बढ़ती पहुंच को रोक सकें।
हैगार्ड ने कहा, “दोनों देशों के बीच संबंधों को मजबूत बनाने के लिए यह महत्वपूर्ण है कि वे एक दूसरे के साथ सहयोग करें और एक दूसरे की जरूरतों को पूरा करें।”
ट्रम्प की बातचीत के दौरान उन्होंने दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति को मजबूती से चीन के खिलाफ खड़े होने और रक्षा खर्च बढ़ाने के लिए कहा। दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति ली जाए-म्युंग को ट्रम्प के साथ मजबूत संबंध बनाने की कोशिश करनी होगी क्योंकि दोनों देशों के बीच संबंधों को स्थिर रखने के लिए यह महत्वपूर्ण है।
हैगार्ड ने कहा, “दोनों सरकारें एक व्यापार ढांचे को तैयार कर रही हैं जिसके तहत वे निवेश को बढ़ावा देने, आपूर्ति शृंखलाओं को संगठित करने और डिजिटल और औद्योगिक नीतियों के लिए नए मानक स्थापित करने की योजना बना रही हैं।”
विश्लेषकों का मानना है कि दक्षिण कोरिया की हाल ही में विदेशी तकनीकी कंपनियों पर अपनी नियंत्रित नीति ने वाशिंगटन में चिंता पैदा की है, जो इस समझौते को एक मौका मानते हैं कि वे निवेशकों की विश्वास को बढ़ावा दे सकें और क्षेत्र में चीन की बढ़ती पहुंच को रोक सकें।
हैगार्ड ने कहा, “दोनों देशों के बीच संबंधों को मजबूत बनाने के लिए यह महत्वपूर्ण है कि वे एक दूसरे के साथ सहयोग करें और एक दूसरे की जरूरतों को पूरा करें।”
ट्रम्प की बातचीत के दौरान उन्होंने दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति को मजबूती से चीन के खिलाफ खड़े होने और रक्षा खर्च बढ़ाने के लिए कहा। दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति ली जाए-म्युंग को ट्रम्प के साथ मजबूत संबंध बनाने की कोशिश करनी होगी क्योंकि दोनों देशों के बीच संबंधों को स्थिर रखने के लिए यह महत्वपूर्ण है।
हैगार्ड ने कहा, “दोनों सरकारें एक व्यापार ढांचे को तैयार कर रही हैं जिसके तहत वे निवेश को बढ़ावा देने, आपूर्ति शृंखलाओं को संगठित करने और डिजिटल और औद्योगिक नीतियों के लिए नए मानक स्थापित करने की योजना बना रही हैं।”
विश्लेषकों का मानना है कि दक्षिण कोरिया की हाल ही में विदेशी तकनीकी कंपनियों पर अपनी नियंत्रित नीति ने वाशिंगटन में चिंता पैदा की है, जो इस समझौते को एक मौका मानते हैं कि वे निवेशकों की विश्वास को बढ़ावा दे सकें और क्षेत्र में चीन की बढ़ती पहुंच को रोक सकें।
हैगार्ड ने कहा, “दोनों देशों के बीच संबंधों को मजबूत बनाने के लिए यह महत्वपूर्ण है कि वे एक दूसरे के साथ सहयोग करें और एक दूसरे की जरूरतों को पूरा करें।”
ट्रम्प की बातचीत के दौरान उन्होंने दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति को मजबूती से चीन के खिलाफ खड़े होने और रक्षा खर्च बढ़ाने के लिए कहा। दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति ली जाए-म्युंग को ट्रम्प के साथ मजबूत संबंध बनाने की कोशिश करनी होगी क्योंकि दोनों देशों के बीच संबंधों को स्थिर रखने के लिए यह महत्वपूर्ण है।
हैगार्ड ने कहा, “दोनों सरकारें एक व्यापार ढांचे

