What Deficiency Causes Weak Eyesight in Children: आंखें हमारे शरीर का एक जरूरी हिस्सा है. वे हमें देखने और दुनिया को समझने में मदद करती हैं. आंखों से साफ देख पाना ईश्वर का एक अनमोल तौफा है. लेकिन आजकल हर दूसरे व्यक्ति की आंखों पर चश्मा लगा नजर आता है. हालांकि उम्र के साथ-साथ आंखें कमजोर होना आम बात है. लेकिन समय से पहले, खासकर बचपन में ही बच्चों की आंखें कमजोर हो जा रही हैं और उनकी छोटी-छोटी आंखों पर मोटे-मोटे चश्मे लग जाते हैं. कम उम्र में आंखों की खराबी के कई कारण हो सकते हैं, जिनमें- स्क्रीन का ज्यादा इस्तेमाल, अनहेल्दी खानपान, फिजिकल एक्टिविटी की कमी और शरीर में विटामिन की कमी शामिल है. इस खबर में हम आपको बताएंगे कि किस विटामिन की कमी से बचपन में ही आंखें कमजोर हो जाती हैं?
विटामिन Aआंखों की रोशनी के लिए सबसे जरूरी पोषक तत्व ‘विटामिन A’ (Vitamin A) है. इसकी कमी से बच्चों में कई आंखों से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं, जैसे कि नाइट ब्लाइंडनेस, ड्राई आई, कमजोर आंखों की रोशनी. आपको बता दें, विटामिन A आंखों की रोटिना में पाए जाने वाले रॉड सेल को एक्टिव रखता है, जो कम रोशनी में देखने में मदद करते हैं. यह विटामिन कॉर्निया को हेल्दी बनाए रखता है और इंफेक्शन से लड़ने की शक्ति बढ़ाता है. बच्चों में विटामिन A की कमी होने पर आंखें जल्दी थकने लगती हैं और उन्हें साफ देखने में परेशानी होती है.
बचपन में विटामिन A की कमी के कारणबच्चों में कई वजह से विटामिन A की कमी हो सकती है. इसका सबसे बड़ा कारण पोषण की कमी है. खाने में पर्याप्त मात्रा में हरी सब्जियां, दूध, घी और फल न लेने से शरीर में पोषण की कमी हो सकती है. इसके साथ-साथ बच्चों को जंक फूड की ओर झुकाव और पौष्टिक आहार से दूर के कारण भी विटामिन A की कमी हो जाती है. कुछ बच्चों से बार-बार दस्ट या पेट से जुड़ी समस्याएं होती हैं, जिससे शरीर में पोषक तत्वों का एब्जॉर्बशन कम हो जाता है. ऐसी स्थिति में जब जन्म के बाद बच्चे को पर्याप्त समय तक ब्रेस्टफीडिंग नहीं कराया जाता, तब भी शरीर में विटामिन A की कमी होने के चांसेस बढ़ जाते हैं.
विटामिन A की कमी के लक्षण-नाइट ब्लाइंडनेस-ड्राई आई-आंखों में इंफेक्शन या जलन-आंखों की रोशनी कमजोर होना-थकान और कंसंट्रेशन करने में परेशानी-ड्राई स्किन-कमजोर इम्यूनिटी
कैसे करें बचाव?बच्चों में इस समस्या से बचाव के लिए आप कई चीजें कर सकते हैं. डाइट में विटामिन A से भरपूर चीजें शामिल करें. जैसे- पालक, मेथी, सरसों का साग जैसी हरी पत्तेदार सब्जियां, पीले-नारंगी फल व सब्जियां, डेयीर प्रोडक्ट्स. साथ ही नवजात बच्चे को 6 महिने तक केवल मां का दूध ही पिलाएं, क्योंकि उसमें नेचुरल रूप से विटामिन A पाया जाता है. यह बच्चे के आंखों के हेल्थ के लिए जरूरी है. इसके साथ-साथ अगर समस्या ज्यादा हो, तो डॉक्टर की सलाह से विटामिन A सप्लीमेंट्स लिया जा सकता है.
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.