मथुरा में अमेरिकी टैरिफ के विरोध में भड़के लोग
मथुरा में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ प्लान के खिलाफ लोगों ने अपना विरोध जताया है. भारत से जो भी व्यापार अमेरिका करेगा, उस पर अब 50% टैरिफ लगाने का फैसला किया गया है. इस निर्णय से भारत के लोगों में आक्रोश है, तो वहीं मथुरा के लोगों ने भी अमेरिकी टैरिफ के खिलाफ अपना विरोध जताया है.
मथुरा के लोगों का कहना है कि भारत किसी के सामने हाथ नहीं फैलाता और वह इतना सक्षम है कि अमेरिका से अगर व्यापार ना भी होगा अपने व्यापार को मजबूत बना कर रखेगा. अमेरिका के राष्ट्रपति बनने के बाद डोनाल्ड ट्रंप ने अपनी विदेश नीति को भारत पर हावी करने का प्रयास किया है. भारत से होने वाले व्यापार को लेकर कई ऐसे टैरिफ लगा दिए हैं जिनको व्यापार करने में भारत को परेशानी हो रही है. लेकिन डोनाल्ड ट्रंप के इस पेरिस नीति के खिलाफ भारत के प्रतीक नागरिक ने अपना जवाब देना शुरू कर दिया है.
मथुरा के लोगों ने कहा कि अमेरिका भारत से व्यापार करें या ना करें यह अमेरिका के लिए ही हानिकारक है. लोगों ने कहा कि भारत से अगर व्यापारिक रिश्ते अमेरिका बिगड़ रहा है, तो यह उसके लिए घातक साबित होगा. क्योंकि भारत से ऐसी जरूरत की चीज अमेरिका भेजी जाती हैं, जो केवल भारत में ही पाई जाती हैं.
मथुरा में संत और बृजवासियों ने टैरिफ के विरोध में कहा कि हिंदुस्तान के खिलाफ बार-बार बयान देने वाले डोनाल्ड ट्रंप को मानसिक रोगी है. उन्होंने कहा यह हिंदुस्तान ऋषि मुनियों की तपोभूमि है, हिंदुस्तान में जब परमाणु परीक्षण हुआ था तब भी अमेरिका ने कड़े प्रतिबंध लगाए थे, कोई फर्क नहीं पड़ा था.
मथुरा के लोगों ने कहा कि भारतीय संघर्ष करना जानते हैं, हमको स्वदेशी सामान पर ध्यान देना चाहिए. महामंडलेश्वर रामदास जी महाराज ने कहा कि हमारा देश कभी झुका है, ना झुकेगा और स्वदेशी अपनाएगा, खुशहाल रहेगा. महंत मधुसूदन दास जी महाराज ने कहा कि यह मोदी जी का भारत है. हम लोग संघर्ष करेंगे लेकिन झुकेंगे नहीं.