Uttar Pradesh

तो क्या दक्षिण भारत में भी लहराएगा भगवा! BJP की रणनीति से विपक्ष होगा चित? काशी और अयोध्या के रास्ते…



लखनऊ. आम चुनावों के लिए अन्य दलों द्वारा अपनी रणनीतियों को अंतिम रूप देने से बहुत पहले, भारतीय जनता पार्टी ने पिछले महीने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में एक महीने तक चलने वाले काशी तमिल संगमम का आयोजन किया था. यह आयोजन भाजपा द्वारा दक्षिण भारत में पैर जमाने और उत्तर-दक्षिण संबंध विकसित करने का एक प्रयास था. एक अकेली रणनीति पर्याप्त नहीं होती, इसलिए भाजपा काशी तमिल संगमम सहित विभिन्न ट्रैक पर काम कर रही है.

संयोग से, नवंबर 2022 में आयोजित एक महीने तक चलने वाले संगमम के पहले संस्करण में भारत के उत्तर और दक्षिण के बीच ऐतिहासिक और सभ्यतागत संबंधों के कई पहलुओं का जश्न मनाया गया. पार्टी ने उत्तर भारत के तमिल भाषियों को एकजुट करने की तैयारी की और इस तरह लोकसभा चुनाव के लिए जमीन मजबूत कर ली.

संगमम के बहाने पार्टी दक्षिणी राज्यों में अपना वोट बैंक बढ़ाना चाहती है और वाराणसी समेत दक्षिण में धार्मिक एजेंडे का इस्तेमाल कर रही है. यह आमतौर पर ज्ञात है कि अधिकांश दक्षिण भारतीय अत्यधिक धार्मिक हैं और तमिल संगमम ने जीवन के विभिन्न क्षेत्रों के लोगों को काशी की भावना, संस्कृति और व्यंजनों का स्वाद लेने का सही अवसर प्रदान किया. निसंदेह, अयोध्या भी यात्रा कार्यक्रम में थी.

दो-दो दिन के अंतराल पर 200-250 के समूह में विभिन्न वर्गों के लोगों को तमिलनाडु से काशी लाया जाता था. समूहों को धार्मिक परंपराओं और मान्यताओं, संगीत और कला सहित सांस्कृतिक जैसी 12 श्रेणियों में विभाजित किया गया था. छात्र और शिक्षक शिक्षा और आध्यात्मिक समूहों के अंतर्गत आते हैं, जबकि विभिन्न हथकरघा और हस्तशिल्प उत्पादों के कारीगर ओडीओपी समूह के अंतर्गत आते हैं. किसान कृषि समूह के अंतर्गत आते थे और व्यापारी उद्योग एवं व्यापार समूह के अंतर्गत आते थे. विरासत समूह के अंतर्गत ऐतिहासिक विरासत से जुड़े लोगों का एक समूह काशी आया.

स्थानीय समूहों और समान श्रेणियों के आने वाले समूहों के बीच हुई बातचीत से तमिलनाडु के लोगों को यह समझने में मदद मिली कि भाजपा सरकार ने उत्तर में अपने समकक्षों को कैसे लाभ पहुंचाया है. तथ्य यह है कि प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी पारंपरिक तमिल पोशाक में संगमम में शामिल हुए और उनके भाषण में तमिल की झलक थी, जिसने सोने पर सुहागा का काम किया.

संगमम के आयोजन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले एक वरिष्ठ भाजपा नेता ने बताया कि जब नेतृत्व की बात आती है तो उत्तर और दक्षिण भारत की राजनीति हमेशा विभाजित रही है. हमारा प्रयास इस तथ्य को प्रदर्शित करना था कि पीएम नरेंद्र मोदी जैसे नेता हैं, जो उत्तर और दक्षिण दोनों में स्वीकार्य हो सकते हैं.

वाराणसी आये प्रतिनिधि मंडल काशी के आतिथ्य और स्वीकार्यता से अभिभूत थे. अनुभव ने देश के विभिन्न हिस्सों के लोगों को एक साथ ला दिया है. वहीं एक साड़ी की दुकान के मालिक राहुल राय ने कहा कि संगमम के बाद वह प्रतिनिधिमंडल के कुछ सदस्यों के संपर्क में हैं, जिन्होंने उनकी दुकान से बनारसी साड़ियां खरीदीं. राजनीतिक विश्लेषक रतन मणि लाल ने कहा कि दक्षिणी राज्यों में से, तमिलनाडु में भाजपा के लिए एक मजबूत गढ़ स्थापित करना एक चुनौती होगी और यह पहले ही कर्नाटक, तेलंगाना और आंध्र प्रदेश तक पहुंच चुकी है.

पार्टी उनकी सांस्कृतिक विरासत के जरिए अपना रास्ता बनाने की कोशिश कर रही है. सामाजिक मेलजोल बढ़ाने से राजनीतिक लाभ मिल सकता है. उन्होंने आगे कहा कि तमिल लोगों में भले ही हिंदी के प्रति प्रेम की भावना न हो लेकिन संस्कृत के प्रति उनके मन में जरूर है. भारतीय भाषा समिति के अध्यक्ष और तमिल समागम के संयोजक चामू कृष्ण शास्त्री ने कहा कि काशी तमिल संगमम का विचार प्रधानमंत्री ने देश की एकता को मजबूत करने और ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ की अवधारणा को पूरा करने के लिए किया था.

कृष्ण शास्त्री ने कहा कि काशी और तमिल का रिश्ता सहस्राब्दी पुराना है जो सिर्फ धार्मिक ही नहीं बल्कि आध्यात्मिक, शैक्षणिक और व्यावसायिक भी है. इस कार्यक्रम का उद्देश्य भाषा और उसके प्रचार-प्रसार के माध्यम से लोगों को करीब लाना था. उन्होंने आगे कहा कि काशी के लोगों को पुरानी तमिल विरासत, विकास और ज्ञान की यात्रा को समझना चाहिए. इस कार्यक्रम से राज्य में सोशल और अन्य मीडिया के माध्यम से फैल रही भाषा के प्रति नफरत को खत्म करने में काफी मदद मिली है.

दिलचस्प बात यह है कि अब सरकार द्वारा तमिल अयोध्या संगमम पर विचार करने की बात चल रही है, क्योंकि राज्य में अयोतियापट्टिनम नाम का एक शहर है, जो भगवान राम की जन्मस्थली उत्तर प्रदेश के अयोध्या के अनुरूप है.
.Tags: BJP, Loksabha Election 2024, Loksabha Elections, Narendra modiFIRST PUBLISHED : January 20, 2024, 15:58 IST



Source link

You Missed

Scroll to Top