Last Updated:August 13, 2025, 12:44 ISTYellow Sticky Trap : टमाटर, बैंगन और गोभी जैसी सब्जियों को कीटों से बचाने के लिए किसान महज 50 रुपये में मिलने वाले इस जुगाड़ से फसलों को बचा सकते हैं. यह जुगाड़ म नर कीटों को इतनी तेजी से आकर्षित करता है कि उनका …और पढ़ेंफर्रुखाबाद : बारिश के मौसम में नमी, पानी और उमस के कारण फसलों पर कीड़ों का खतरा मंडराने लगता है. ऐसे में कई किसान रासायनिक कीटनाशको का प्रयाग करते हैं वहीं कुछ किसान जैविक और देसी उपायों का इस्तेमाल करते हैं. इस कड़ी में फसलों को कीटों से बचाने के लिए अब किसानों के पास एक स्मार्ट और किफायती विकल्प मौजूद है. स्टिकी ट्रैप और फेरोमोन ट्रैप जैसे यंत्र खेतों में कीट प्रकोप को शुरुआती चरण में ही रोकने में मददगार साबित हो रहे हैं.
गौरतलब है कि स्टिकी ट्रैप में पीले या नीले रंग की चिपचिपी शीट होती है, जो कीटों को आकर्षित कर उन पर चिपका देती है. इससे एफिड्स, व्हाइटफ्लाई और थ्रिप्स जैसे पत्तों को नुकसान पहुंचाने वाले कीट खत्म हो जाते हैं. वहीं, फेरोमोन ट्रैप में मादा कीट की गंध वाला एक खास पदार्थ लगाया जाता है, जो नर कीटों को ट्रैप में फंसा देता है और उनका प्रजनन चक्र टूट जाता है. कृषि विशेषज्ञों का कहना है कि ये दोनों यंत्र पर्यावरण के अनुकूल हैं, रसायनों के इस्तेमाल को कम करते हैं और लागत भी बहुत कम आती है. समय पर और पर्याप्त संख्या में इनका प्रयोग कर किसान अपनी फसलों को बड़े नुकसान से बचा सकते हैं.
ऐसे करें स्टिकी ट्रैप का प्रयोग
फर्रुखाबाद के कंधरापुर निवासी हर्षित ने बताया कि वह खेतों में कीटों की समस्या से परेशान थे. महंगी दवाइयों का प्रयोग करने के बावजूद भी कोई फायदा नहीं हो रहा था. ऐसे समय में उन्होंने यूट्यूब पर एक विधि के बारे में जानकारी ली और ऑनलाइन माध्यम से येलो स्टिकी ट्रैप मंगवाया. उन्होंने इसे अपने खेतों में 20 फीट की दूरी पर लगाया. रात के समय जब हानिकारक कीट फसल पर पहुंचकर नुकसान पहुंचाते हैं, तो वे इस ट्रैप की तरफ आकर्षित होते हैं और उसमें लगे ग्लू में चिपक कर मर जाते हैं. आज फसल में नुकसान न होने के कारण पैदावार भी दोगुनी हो गई है और दूसरे किसान भी इस विधि को अपना रहे हैं. इसका प्रयोग ग्रीन हाउस एरिया के साथ ही खेतों में भी किया जा रहा है.
इन फसलों में कारगर है ये जुगाड़येलो स्टिकी ट्रैप में चिपचिपे पदार्थ का जेल लगा होता है, जिसमें सुगंध आती है. इसके कारण आसपास पहुंचने वाले कीट, पतंगे और मक्खियां उसकी ओर आकर्षित होती हैं और चिपक कर मर जाती हैं. टमाटर, बैगन, पत्तागोभी, तोरई, खीरा, खरबूजा और तरबूज की फसलों को कीटों से बचाने के लिए किसान इस विधि का प्रयोग करते हैं.
मात्र इतनी है कीमतहर्षित ने बताया कि इसका प्रयोग करने से रसायनों के छिड़काव का खर्च भी कम आता है और फसलों में जहरीले केमिकल भी नहीं पहुंचते हैं. इसका प्रयोग बहुत ही आसान है, इसके टुकड़ों को दूरी पर लगाकर प्रयोग किया जाता है. यह आसानी से बाजार में भी मिल जाता है. अगर खेतों में कीट पतंग का प्रकोप बढ़ रहा है तो इसका प्रयोग बहुत ही कारगर है. इसका प्रति एक पीस लगभग 50 रुपए का बाजार में मिल जाता है.Location :Farrukhabad,Uttar PradeshFirst Published :August 13, 2025, 12:44 ISThomeagricultureटमाटर, बैगन, गोभी के खेतों में लगा दें 50 रुपए का ये धांसू जुगाड़…