अगर आपके पास मैनुअल साईकिल है और आप ई-साईकिल खरीदने की सोच रहे हैं. तो आपके के लिए यह राहत भरी खबर है. दरअसल, कानपुर में जयनारायण विद्या मंदिर के बाहरवीं के छात्रों ने टिंकर इंडिया लैब में एक ऐसी तकनीक का विकास किया है, जिसके जरिए पांच मिनट में ही मैनुअल साईकिल को ई-साईकिल में मॉडिफाइड किया का सकेगा. ये साइकिल पैडल मारकर चलने के साथ ही बैटरी से भी चल सकेगी.
कानपुर आईआईटी से मिली 12 लाख की प्रोत्साहन राशिमैनुअल साइकिल को ई-साइकिल में कनवर्ट करने का तरीका इजाद करने वाले छात्र अर्पित और गौरव बताते हैं कि उन्होंने सस्ती ई-साईकिल तैयार करने के लिए इस तकनीक का विकास किया है. इस साइकिल में लगे सभी प्रोडेक्ट लोकल मार्केट से खरीदे गए हैं, जिसे खराब होने पर आसानी से रीप्लेस किया जा सकता है. जबकि, बाजार में उपलब्ध ई-साईकिल के कई पार्ट्स इंपोर्टेड होते हैं. कानपुर आईआईटी ने इस नवाचार के लिए दोनों छात्रों को पहले साढ़े पांच लाख और उसके बाद सात लाख रुपये की प्रोत्साहन राशि भी दी है .
40 किमी प्रति घंटा है स्पीडछात्रों ने बताया की आम जीवन में हम साइकिल का उपयोग करना तो चाहते हैं लेकिन समय की कमी और जल्दी पहुंचने के प्रयास के कारण इसका उपयोग नहीं कर पाते हैं. वहीं, ई-साईकिल में मैनुअल साइकिल का फील नहीं आता है. ऐसे में इस तकनीक के जरिये जरूरत पड़ने पर आसानी से दोनों का फील लिया जा सकता है. इलेक्ट्रॉनिक मोड में कन्वर्ट होने बाद यह लगभग 40 किमी प्रति घंटा की स्पीड प्रदान करती है.
आसानी से ई-मोड पर कर सकते हैं कनवर्ट
उन्होंने बताया की साइकिल को मॉडिफाइड करते समय हमने इस बात पर विशेष रूप से फोकस किया है कि इसको कभी भी ई मोड पर कनवर्ट किया जा सके. इसमें एक लीथीयम आयन बैटरी, कंट्रोलर, हब मोटर व बैटरी इंडीकेटर लगाया गया है.
न्यूज 18 लोकल के लिए आलोक तिवारी की रिपोर्ट
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“Either an infected needle was used or a blood transfusion occurred. These are the two main reasons I…

