Thinning hair and hair loss may be the first sign of these disease do not ignore this problem | बालों का पतला होना और हेयर फॉल को न करें नजरअंदाज, इस बीमारी का हो सकता है पहला संकेत!

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Thinning hair and hair loss may be the first sign of these disease do not ignore this problem | बालों का पतला होना और हेयर फॉल को न करें नजरअंदाज, इस बीमारी का हो सकता है पहला संकेत!



आजकल बाल झड़ना और पतले होना एक आम समस्या बन चुकी है, जिसे अक्सर लोग मौसम या तनाव का असर मानकर अनदेखा कर देते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि ये लक्षण किसी बड़ी बीमारी की तरफ पहला इशारा भी हो सकते हैं? हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो बालों से जुड़ी ये समस्याएं शरीर के अंदर चल रही गंभीर गड़बड़ी का संकेत हो सकती हैं.
बालों का अचानक तेजी से गिरना और पतला होना थायरॉइड हार्मोन के असंतुलन का संकेत हो सकता है. हाइपोथायरॉइडिज्म (थायरॉइड की कमी) और हाइपरथायरॉइडिज्म (थायरॉइड की अधिकता) दोनों ही स्थितियों में बालों की ग्रोथ साइकल प्रभावित होती है, जिससे बाल कमजोर होकर झड़ने लगते हैं. अगर साथ में थकान, वजन बढ़ना या अचानक दिल की धड़कनें तेज महसूस हो रही हों, तो थायरॉइड टेस्ट जरूर करवाएं.
आयरन की कमी से भी होता है हेयर फॉलबालों की जड़ों तक ऑक्सीजन पहुंचाने में आयरन का अहम रोल होता है. शरीर में आयरन की कमी (एनीमिया) से बालों को सही पोषण नहीं मिल पाता, जिससे वे जड़ों से कमजोर होकर टूटने लगते हैं. अगर आपको बाल झड़ने के साथ बार-बार चक्कर आना, थकान रहना और चेहरे पर पीलापन दिख रहा है, तो तुरंत ब्लड टेस्ट कराना चाहिए.
PCOS और हार्मोनल बदलाव का असरमहिलाओं में बालों का तेजी से गिरना अक्सर पीसीओएस (पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम) जैसी हार्मोनल बीमारियों से जुड़ा हो सकता है. इसमें शरीर में एंड्रोजन हार्मोन की मात्रा बढ़ जाती है, जिससे सिर के बाल झड़ते हैं और चेहरे या शरीर पर अनचाहे बाल आने लगते हैं. अनियमित पीरियड्स, वजन बढ़ना, और मुंहासे जैसे लक्षणों के साथ अगर हेयर फॉल हो रहा है, तो डॉक्टर से सलाह लें.
ऑटोइम्यून बीमारियोंएलोपेसिया एरिअटा, ल्यूपस जैसी ऑटोइम्यून बीमारियों में शरीर की इम्यून सिस्टम खुद के सेल्स पर हमला करती है, जिससे बालों के गुच्छे गिर सकते हैं.
क्या करें?बालों के गिरने को सामान्य मानकर नजरअंदाज न करें. समय रहते ब्लड टेस्ट कराएं, थायरॉइड, आयरन और विटामिन लेवल का टेस्ट करवाएं. यदि समस्या लगातार बनी रहे तो डर्मेटोलॉजिस्ट या एंडोक्राइनोलॉजिस्ट से सलाह लेना बेहद जरूरी है.
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.



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