उत्तर प्रदेश के अम्बेडकरनगर जिले में एक ऐसी चोरी की घटना सामने आई है जो किसी फिल्मी कहानी से कम नहीं है. यहां मोबाइल चोरों ने चोरी करने के बाद न केवल मोबाइल और सामान खपाने का तरीका ढूंढ निकाला, बल्कि खुद की मोबाइल की दुकान ही खोल ली. चौंकाने वाली बात यह है कि एक आरोपी पहले चार साल तक उसी दुकान में काम कर चुका था.
पदुमपुर बाजार में 28 अगस्त को चोरी की बड़ी घटना घटी थी. एक मोबाइल दुकान से ढाई लाख रुपये के मोबाइल फोन, मोबाइल कवर, बैटरी, डाटा केबल और चार्जर सहित अन्य सामान चोरी हो गया. दुकान की खिड़की तोड़कर यह वारदात अंजाम दी गई थी. चोरी की घटना से इलाके में सनसनी फैल गई और पुलिस ने तुरंत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी. शुरुआती जांच में पुलिस को अंदेशा था कि चोरी कोई ऐसा व्यक्ति कर सकता है जिसे दुकान की अंदरूनी जानकारी हो. जैसे-जैसे पुलिस जांच आगे बढ़ी, वैसे-वैसे सच्चाई सामने आई और पुलिस भी दंग रह गई.
चोरी करने वाले दो युवकों में से एक आरोपी ने चोरी किए गए मोबाइल और अन्य सामान बेचने के लिए खुद की मोबाइल की दुकान खोल ली थी. यह अनोखा तरीका पुलिस की नजर से ज्यादा दिन छिप नहीं सका और पूरा राज खुल गया. नौकरी का अनुभव निकला गलत राह का सहारा चौंकाने वाली बात यह रही कि आरोपियों में से एक युवक ने उसी दुकान में चार साल तक काम किया था. यानी उसे दुकान की व्यवस्था, माल और सुरक्षा इंतज़ामों की पूरी जानकारी थी. इस जानकारी का गलत इस्तेमाल कर उसने अपने साथी के साथ मिलकर वारदात को अंजाम दिया. यह घटना यह दर्शाती है कि अपराधी किस तरह अपने पुराने अनुभव का उपयोग गलत दिशा में कर सकते हैं।
चोरी कर खोली मोबाइल की दुकान पुलिस की जांच में यह भी सामने आया कि आरोपी ने चोरी किए गए मोबाइल फोन और सामान को बाजार में बेचने के लिए अपनी खुद की मोबाइल की दुकान खोल ली थी. आम ग्राहकों को यह बिल्कुल भी अंदाजा नहीं था कि जिस दुकान से वे मोबाइल खरीद रहे हैं, वहां चोरी का माल बेचा जा रहा है. यह चालाकी भरी योजना कुछ दिनों तक तो चलती रही लेकिन आखिरकार पुलिस ने उनकी सारी साजिश का पर्दाफाश कर दिया।
पुलिस की सक्रियता से पकड़े गए आरोपी पुलिस ने जब दोनों आरोपियों की तलाश तेज की तो जल्द ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया. पकड़े गए आरोपियों में से एक ऋषभ गोस्वामी पर पहले से ही कई आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं. पुलिस ने चोरी का माल बरामद कर दोनों को जेल भेज दिया. अपराध का ‘अनूठा’ तरीका, पर बच न सके चोर यह मामला भले ही अपनी अनोखी कहानी के कारण चौंकाने वाला है, लेकिन इससे यह भी साफ हो गया कि अपराध चाहे कितना भी चालाकी से क्यों न किया जाए, पुलिस की पैनी नज़र से बचना मुश्किल है. चोरी कर दुकान खोलने वाले युवकों ने सोचा कि यह तरीका उन्हें सुरक्षित रखेगा, मगर पुलिस की जांच ने उनकी सारी योजना धराशायी कर दी.