Who Are At High Risk of Arthritis: गठिया एक आम लेकिन गंभीर समस्या है. इसके कारण जोड़ों में सूजन, दर्द और चलने-फिरने में परेशानी हो सकती है. आमतौर पर यह बीमारी किसी को भी हो सकता है, लेकिन कुछ लोगों में इसके होने के चांसेस ज्यादा होते हैं. वहीं अगर समय रहते इसकी पहचान नहीं की जाए, तो यह गंभीर रूप ले लेता है. इस खबर में हम आपको बताएंगे कि किन लोगों में गठिया का खतरा ज्यादा होता है.
60 साल से अधिकउम्र के साथ हड्डी और ज्वाइंट्स घिसने लगते हैं, जिसके कारण ऑस्टियोआर्थराइटिस यानी गठिया का खतरा बढ़ जाता है. दरअसल जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है, ज्वाइंट्स का घिसना शुरू हो जाता है, जो इस बीमारी के खतरे को बढ़ा देता है. आपको बता दें, 50 से 60 साल की उम्र के बाद इसका खतरा ज्यादा हो जाता है. इसके साथ-साथ कई बार ये बीमारी जेनेटिक भी हो जाती है, मतलब परिवार में किसी को गठिया की समस्या होने पर, यह बीमारी आगे बढ़ सकती है.
मोटापामोटापा भी गठिया का कारण हो सकता है. ज्यादा वजन के कारण ज्वाइंट्स पर ज्यादा दबाव पड़ता है, खासकर कूल्हों और घुटनों पर. इसके साथ-साथ फिजिकल एक्टिविटी की कमी के कारण भी ज्वाइंट्स की लचीलापन और ताकत कम होने लगती है, जिससे गठिया का खतरा बढ़ जाता है. इसलिए इससे बचने के लिए रोजाना हल्का एक्सरसाइज करने की सलाह दी जाती है, जिससे बॉडी एक्टिव रहे.
महिलाओं में ज्यादा होता है खतरापुरुषों के मुकाबले महिलाओं महिलाओं में इस बीमारी का खतरा ज्यादा होता है. दरअसल महिलाओं में हार्मोनल बदलाव जैसे मेनोपॉज के कारण रूमेटॉइड आर्थराइटिस के चांसेस बढ़ जाते हैं. इसलिए बढ़ती उम्र के साथ महिलाओं को हड्डियों की सेहत का खास ध्यान रखने की सलाह दी जाती है. इसके लिए 40 के बाद महिलाओं को कैल्शियम और विटामिन D का सेवन करना चाहिए.
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. Zee News इसकी पुष्टि नहीं करता है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत या स्किन से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.