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टीम इंडिया को हर फॉर्मेट में अलग-अलग कप्तान की जरूरत, रोहित शर्मा पर काफी कम हो जाएगा दबाव| Hindi News



Team India News: टीम इंडिया को इंटरनेशनल क्रिकेट में सफल होने के लिए क्या हर फॉर्मेट में अलग-अलग कप्तान की जरूरत है, इसको लेकर कई सालों से काफी चर्चा सुनने को मिल रही है. इन दिनों काफी ज्यादा क्रिकेट खेली जा रही है और इसके अलावा आईपीएल भी, जो किसी भी क्रिकेटर और कप्तान के लिए आसान नहीं है. रोहित शर्मा ने पिछले एक साल से टी20 क्रिकेट से दूरी बना रखी है. रोहित शर्मा की गैरमौजूदगी में हार्दिक पांड्या और सूर्यकुमार यादव जैसे खिलाड़ियों ने भारतीय टी20 टीम की कप्तानी की है.
क्या टीम इंडिया को हर फॉर्मेट में है अलग-अलग कप्तान की जरूरत?अगले साल वेस्टइंडीज और अमेरिका की धरती पर टी20 वर्ल्ड कप 2024 टूर्नामेंट खेला जाएगा. रोहित शर्मा की वर्ल्ड कप 2023 में शानदार कप्तानी को देखते हुए BCCI चाहता है कि वह टी20 वर्ल्ड कप 2024 में भी टीम इंडिया की कप्तानी संभाले. रोहित शर्मा की कप्तानी में भारत ने वर्ल्ड कप 2023 के फाइनल में जगह बनाई थी और टीम उपविजेता रही थी. रोहित शर्मा की स्मार्ट कप्तानी का कोई सानी नहीं है. ऐसे में हर कोई चाहता है कि वह टी20 वर्ल्ड कप 2024 में भी टीम इंडिया की कप्तानी करें. हालांकि टीम इंडिया हर फॉर्मेट में अलग-अलग कप्तान की नीति को भी अपना सकती है.
स्प्लिट कैप्टेंसी के फायदे
रोहित शर्मा अभी 36 साल के हो चुके हैं. रोहित शर्मा टीम इंडिया और मुंबई इंडियंस की कप्तानी करते हैं. भारत के लिए क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट में कप्तानी करना और इसके अलावा IPL में भी कप्तानी करना बहुत मुश्किल काम है. रोहित शर्मा टेस्ट, वनडे और टी20 के साथ आईपीएल में भी कप्तानी करते हैं तो इससे उनके अंदर शारीरिक और मानसिक थकान भी बढ़ती जाएगी. 4 टीमों की कप्तानी करने के हद से ज्यादा दबाव को देखते हुए रोहित शर्मा को स्प्लिट कैप्टेंसी की नीति बहुत राहत दे सकती है. हार्दिक पांड्या या फिर सूर्यकुमार यादव में से किसी एक को अगर भारत का परमानेंट टी20 कप्तान बनाया जाता है, तो फिर इससे रोहित शर्मा को बहुत राहत मिलेगी. रोहित शर्मा पर इससे कप्तानी का एक्स्ट्रा प्रेशर कम होगा. 
भविष्य के लिए तैयार हो सकता है अगला कप्तान 
ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड जैसी टीमों को भी स्प्लिट कैप्टेंसी का जबरदस्त फायदा मिल रहा है. ऐसे में अगर टीम इंडिया भी स्प्लिट कैप्टेंसी की नीति को अपना ले तो फिर हर फॉर्मेट में अलग कप्तान अपनी तगड़ी ऊर्जा के साथ उसे बुलंदियों पर पंहुचा सकता है. टेस्ट और वनडे क्रिकेट में रोहित शर्मा लंबे समय तक टीम इंडिया की कप्तानी कर सकते हैं और ऐसे में उन्हें टी20 कप्तान के तौर पर अपने साथ हार्दिक पांड्या या फिर सूर्यकुमार यादव की बेहद जरूरत है. इससे पहले साल 2014 से 2016 तक धोनी वनडे-टी20 के कप्तान और विराट कोहली टेस्ट के कप्तान थे. धोनी ने तब कोहली को कप्तान के तौर पर तैयार किया था. इसी तरह एक फॉर्मेट की कप्तानी पांड्या या सूर्य को देकर रोहित शर्मा उन्हें भविष्य के लिए तैयार कर सकते हैं.



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