लॉर्ड्स के मैदान पर खेले गए भारत और इंग्लैंड के बीच तीसरे टेस्ट के पांचवे दिन के खेल पर पूर्व क्रिकेटर योगराज सिंह ने कहा कि अगर हमने पुछल्ले बल्लेबाजों को ऑलराउंडर बना दिया होता, तो मैच अब तक खत्म हो गया होता. बता दें कि भारत को इस मुकाबले में 22 रन से करीबी हार मिली. 193 रन के टारगेट का पीछा करते हुए भारतीय पारी लड़खड़ा गई और उसके 7 विकेट सिर्फ 82 रन पर गिर गए. हालांकि, रवींद्र जडेजा ने एक छोर संभालते हुए पुछल्ले बल्लेबाजों के साथ से (बुमराह और सिराज) आखिरी सेशन तक भारत की जीत की उम्मीदें जिंदा रखीं, लेकिन हार टाल नहीं सके.
‘ऑलराउंडर पैदा नहीं होते…’
योगराज सिंह ने कहा, “ऑलराउंडर पैदा नहीं होते हैं, बनाए जाते हैं. मैंने बार-बार कहा है कि गेंदबाजों से भी बल्लेबाजी कराने की जरूरत है. दूसरी पारी में सिर्फ रवींद्र जडेजा पर पूरा दबाव क्यों हैं. नीतीश रेड्डी जब आउट हुए तो उन्हें ट्रोल करना शुरू कर दिया गया. यह गलत है.” उन्होंने कहा कि भारत का अंतिम पंक्ति का खिलाड़ी भी इस मैच को जीतने का दम रखता है. उन्होंने गेंदबाजों को बल्लेबाज के तौर पर भी प्रैक्टिस करने पर जोर दिया.
‘कोई भी खिलाड़ी पैदाइशी…’
युवराज सिंह के पिता योगराज ने आगे कहा, ‘जब हम बल्लेबाजों को प्रैक्टिस करवा सकते हैं तो गेंदबाजों को भी करा सकते हैं. कोई भी खिलाड़ी पैदाइशी ऑलराउंडर नहीं होता है. किसी खिलाड़ी को ऑलराउंडर उसका कोच बनाता है. अगर कोई अच्छी गेंदबाजी कर रहा है तो उस पर थोड़ा भरोसा दिखाएंगे तो भारत के गेंदबाज भी अच्छी बल्लेबाजी करेंगे.’ इस पूर्व क्रिकेटर ने कहा कि गेंदबाजों से बल्लेबाजी की प्रैक्टिस कराई होती तो पूरा दबाव जडेजा पर नहीं होता.
योगराज सिंह का कहना है कि जब तक सभी खिलाड़ियों को एक लेवल पर नहीं लाया जाता, तब तक ऐसी स्थिति फंसने पर मैच निकल नहीं सकते हैं. पूर्व क्रिकेटर ने कहा कि गेंदबाजों को ‘टेलएंडर’ कहना ठीक नहीं है. वह टीम के अहम खिलाड़ी हैं. भारतीय क्रिकेट टीम और इंग्लैंड क्रिकेट टीम के बीच तीसरा टेस्ट लंदन के लॉर्ड्स मैदान में खेला गया, जहां पांचवें दिन मेजबान टीम भारत पर हावी रही और टीम इंडिया को 22 रनों से हार का सामना करना पड़ा. इसके साथ ही भारतीय टीम पांच मैचों की सीरीज में 1-2 से पीछे हो गई है.