नई दिल्ली: टीम इंडिया का क्रिकेट इतिहास काफी पुराना और उतना ही लाजवाब भी है. आज के समय में जब टेस्ट क्रिकेट की बात होती है तो भारत सबसे मजबूत टीम मानी जाती है. भारतीय टेस्ट क्रिकेट इतना कामयाब बनाने में कई बड़े खिलाड़ी और कप्तानों का योगदान हैं. टेस्ट क्रिकेट में भारत अब-तक 35 खिलाड़ियों को कप्तान बना चुकी है. कई टेस्ट कप्तान ऐसे रहे जिनका रिकॉर्ड काफी अच्छा रहा. वहीं, कुछ कप्तान ऐसे भी थे जिन्हें कप्तानी में ज्यादा सफलता नहीं मिली हैं. लेकिन क्या आप उन कप्तानों के बारे में जानते हैं जिन्हें ज्यादा कप्तानी करने का मौका ही नई मिला. इन 35 कप्तानों में से 4 कप्तान ऐसे भी हैं जिन्होंने सिर्फ एक ही मैच में टीम की कमान संभाली हैं.
रवि शास्त्री
टीम इंडिया के पूर्व हेड कोच रवि शास्त्री भारतीय टीम के लिए टेस्ट में कप्तानी कर चुके हैं. लेकिन रवि शास्त्री को सिर्फ एक टेस्ट मैच में ही भारत की कप्तानी करने का मौका मिला था. 11 जनवरी 1988 में चेन्नई में खेले गए टेस्ट मैच के दौरान रवि शास्त्री को टीम की कप्तानी करने का मौका दिया गया था. भारत ने मैच में जीत दर्ज भी थी इसके बावजूत रवि शास्त्री को इसके बाद कभी भी टेस्ट में कप्तानी का मौका नहीं मिला था. इस मुकाबले में टीम इंडिया को 255 रन से जीत मिली थी.
चंदू बोर्डे
टीम इंडिया 1967-68 के दौरान इंग्लैंड दौरे गई थी. इस दौरे पर चंदू बोर्डे को भारतीय टेस्ट टीम की कप्तानी करने का मौका दिया गया था. मंसूर अली खान पटौदी की जगह में चंदू बोर्डे को कप्तान बनाया गया था. ये मुकाबला ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेला गया था. इस मैच में टीम इंडिया को 146 रनों के अंतर से हार का सामना करना पड़ा था. इस मैच के बाद चंदू बोर्डे को फिर कभी टीम इंडिया की टेस्ट में कमान नहीं दी गई.
हेमू अधिकारी
हेमू अधिकारी का नाम भी इस लिस्ट में शामिल हैं. हेमू अधिकारी को 1958-59 में वेस्टइंडीज के खिलाफ घरेलू टेस्ट सीरीज में भारतीय टीम का कप्तान बनाया था. ये मैच दिल्ली में खेला गया था और ये मैच ड्रॉ रहा था. ये 5 मैचों की टेस्ट सीरीज थी और इस सीरीज में भारत ने 4 कप्तान बदले थे. इस मुकाबले के बाद हेमू अधिकारी को कभी भी टेस्ट में कप्तानी का मौका नहीं मिला.
पंकज रॉय
पंकज रॉय भी उन कप्तानों में शामिल हैं जिन्हें एक टेस्ट मैच में ही कप्तानी का मौका मिला था. भारतीय टीम 1959 में इंग्लैंड दौरे पर गई थी. इस दौरे पर पंकज रॉय को दूसरे टेस्ट मैच में कप्तानी करने का मौका मिला था. इस मुकाबले में इंग्लैंड की टीम ने भारत को 8 विकेट स् हराया था. इस सीरीज में भारत का बुरी तरह से हार का सामना करना पड़ा था. ये पहला और आखिरी मौका था जब पंकज रॉय को भारतीय टेस्ट टीम की कप्तानी करने का मौका दिया गया था.
Global power shifts make US engagement and China management tougher for India: Jaishankar
At the same time, Jaishankar’s reference to managing China points to a challenge that is both structural and…

