पीयूष शर्मा/मुरादाबाद. उत्तर प्रदेश का जनपद मुरादाबाद वैसे तो पीतल नगरी के नाम से पूरी दुनिया में मशहूर है. लेकिन मुरादाबाद में सुबह और शाम में मिलने वाली पत्ते वाली दाल का नाम भी काफी मशहूर है. मुरादाबाद से जब किसी दूसरे शहर का मुसाफ़िर गुजरता है तो उसकी एक चाहत ये भी रहती है कि वो मुरादाबाद से पीतल का कोई सजावटी उत्पाद खरीदे तो कम से कम एक बार यहां मिलने वाली मशहूर मूंग की दाल का एक पत्ता जरूर खाए.
वैसे तो मूंग की दाल हर जगह मिलना आम बात है. लेकिन मुरादाबाद में मिलने वाली मूंग की दाल की खास बात यह है कि इसे चूल्हे पर पकाने से पहले 12 घंटे पानी में भिगोया जाता है. उसके बाद इसे चूल्हे पर बनाया जाता है. दाल बनाने के बाद इसमें कई प्रकार के बुने हुए मसाले डाले जाते हैं. उसका स्वाद और ज़्यादा बढ़ाने के लिएं इसमें पनीर, फ्राई मटरी, समोसा आदि भी डाला जाता है. जो दाल को और स्वादिष्ट बना देता है.
मूंगदाल के फायदेमैक्स हॉस्पिटल दिल्ली की सीनियर डाइटिशियन डॉ. समरीन फारूक ने न्यूज 18 लोकल से बातचीत में बताया कि मूंग की दाल को उत्तम आहार माना गया है. जो पाचन क्रिया को दुरुस्त करती है और पेट में ठंडक पैदा करती है. जिससे पाचन और पेट में गर्मी बढ़ने की समस्या नहीं होती. मूंग की दाल में भरपूर मात्रा में फाइबर, आयरन, पोटेशियम, कैल्शियम, विटामिन बी कॉम्प्लेक्स और प्रोटीन सहित आदि चीज़े होती है. जो शरीर में इन पोषक तत्वों की कमी को पूरा करती है. इसके अलावा अन्य पोषक तत्व भी इससे प्राप्त होते हैं.
वजन कम करने वालों के लिए फायदेमंदवजन कम करने की चाह रखने वालों के लिए मूंगदाल का सेवन फायदेमंद साबित हो सकता है. डॉ. समरीन फारूकनेबताया कि इसमें 100 से भी कम कैलोरी होती है. इसे खाने के बाद पेट भी लंबे समय तक भरा रहता है. जिससे आप ज्यादा कैलोरी नहीं लेते. शरीर में कोलेस्ट्रॉल बढ़ने पर मूंग दाल का सेवन लाभकारी होता है. यह अतिरिक्त कोलेस्ट्रॉल को शरीर से हटाने में मददगार भी होती है.
मशहूर मूंग की दाल का इतिहासन्यूज 18 लोकल से खास बातचीत करते हुए इतिहासकार एवं गजल अकादमी के सचिव कशिश वारसी ने बताया कि मुरादाबाद शहर के अंदर हमारे बचपन में कोर्ट रोड के ऊपर मूंग की दाल का एक ठेला लगता था. जिस पर काफी भीड़ लगी रहती थी. अब मुरादाबाद में काफी जगह मूंग की दाल मिलती है. आज पूरे देश के अंदर मुरादाबाद की मूंग की दाल का एक अलग पकवान बन गया है. रमजान के महीने में भी मूंग की दाल रोजा इफ्तार के अंदर रखी जाती है. आज हिंदू मुस्लिम सिख इसाई हर मजहब की पसंदीदा डिश बन गई है. बाहर से कोई व्यक्ति मुरादाबाद घूमने आता हो तो वह मूंग की दाल खाना बहुत पसंद करता है.ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|Tags: Moradabad News, Uttar pradesh newsFIRST PUBLISHED : October 31, 2022, 12:42 IST
Source link

Rahul Gandhi’s visit to Gujarat’s Junagadh Camp postponed to September 19 due to bad weather
The camp is being conducted with inputs from experts across sectors, focusing on inclusive politics and grassroots outreach…