Benefits Of Yoga: शरीर में वात, पित्त और कफ का बैलेंस न होने से आलस्य, बलगम और सर्दी-खांसी के साथ वेट गेन जैसी समस्याएं हो सकती हैं. ऐसे में कई योगासन कफ दोष को बैलेंस करने में कारगर है. आयुष मंत्रालय के अनुसार, ये योगासन रोजाना करने से कफ दोष बैलेंस होता है, जिससे मेंटल और फिजिकल हेल्थ बेहतर होता है. इन्हें खाली पेट और योग विशेषज्ञ की सलाह से करना चाहिए.
कफ दोष बैलेंस क्यों है जरूरी?एक्सपर्ट बताते हैं कि कफ दोष असंतुलन कोई ऐसी समस्या नहीं है, जिसे दूर न किया जा सके. इस समस्या से पार पाने में कई योगासन फायदेमंद हैं. इनमें सूर्य नमस्कार, उत्कटासन, उष्ट्रासन, धनुरासन, त्रिकोणासन, नौकासन, पवनमुक्तासन, मार्जरी-वत्सला, अधोमुख श्वानासन समेत अन्य योग शामिल हैं.
सूर्य नमस्कार के फायदेसूर्य नमस्कार 8 आसनों का समूह है, जो पूरे शरीर में एनर्जी भरता है. यह ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर करता है, आलस्य कम करता है और फेफड़ों को मजबूत कर बलगम की समस्या को दूर करता है. उत्कटासन, जांघों और कूल्हों को मजबूती देता है. यह मेटाबॉलिज्म को भी तेज करता है, जिससे कफ के कारण होने वाली सुस्ती और भारीपन कम होता है. उष्ट्रासन छाती को फैलाता है, जिससे रेस्पिरेटरी सिस्टम मजबूत होता है. यह बलगम को कम करने और सांस लेने के प्रोसेस को बेहतर बनाने में मददगार है. इसके साथ ही त्रिकोणासन शरीर से कफ को निकालने में मददगार है. यह स्ट्रेस और चिंता को कम करता है, साथ ही डाइजेशन सिस्टम को भी बेहतर बनाता है.
योग कैसे बदलता है आपकी जिंदगी?धनुरासन छाती को फैलाता है और फेफड़ों को खोलता है, जिससे सांस से जुड़ी समस्याएं कम होती हैं. यह पेट की चर्बी घटाने और डाइजेशन सुधारने में भी मदद करता है. वहीं, नौकासन पेट की मसल्स को मजबूत करता है और डाइजेशन सिस्टम को एक्टिव कर गैस और कब्ज की समस्या को दूर करता है. वहीं, पवनमुक्तासन शरीर में जमे गैस को निकालता है और कफ के कारण होने वाली डाइजेशन से जुड़ी समस्याओं को ठीक करता है. वहीं, मार्जरी-वत्सला रीढ़ को लचीलापन देता है और श्वसन तंत्र को बेहतर बनाकर कफ को नियंत्रित करता है. अधोमुख श्वानासन रक्त संचार को बढ़ाता है, तनाव कम करता है और फेफड़ों को मजबूत कर कफ से राहत दिलाता है.
लाइफस्टाइल में करें बदलवाइसके अलावा, रोजाना में एक्सरसाइज, सुबह-शाम वॉक करना, डांस जैसी एक्टिविटी को शामिल कर ब्लड सर्कुलेशन, गर्मी और एनर्जी लेवल को बढ़ाकर कफ दोष को बैलेंस किया जा सकता है. इसके साथ ही एक्सपर्ट सही खानपान की भी सलाह देते हैं.–आईएएनएस
Disclaimer: यहां दी गई जानकारी घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों पर आधारित है. इसे अपनाने से पहले चिकित्सीय सलाह जरूर लें. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.