हिमांशु श्रीवास्तव/सीतापुर. उत्तर प्रदेश के सीतापुर शहर के जेल रोड गिरी गंज चौराहे पर वर्ष 1940 में खोली गई दीक्षित लस्सी भडांर आज भी उतनी ही मशहूर है. यहां रोजाना 1,000 से लगभग 1500 ग्लास लस्सी की बिक्री होती है. वैसे तो गर्मी के मौसम में लोगों को ठंडक प्रदान करने के बहुत से साधन हैं. मगर दही से बनी लस्सी पीने के बहुत फायदे हैं. इसमें ऐसा कुछ नहीं मिलाया जाता जिससे शरीर को किसी प्रकार से नुकसान पहुंचे. गाय व भेस के ताजे दूध से शुद्ध दही जमाया जाता है. दही जमने के बाद उसमें बर्फ, मेवा, चीनी आदि को आपस मे मिक्स कर मीठी लस्सी तैयार होती है.

यूं तो गर्मियों में लस्सी की दुकान जगह-जगह व हर जगह मिल जाऐगी. लस्सी पीने के शौकीन लोगों की इसके लिए लाइन लगती है. दीक्षित लस्सी शॉप इतनी फेमस है कि यहां पर जिले ही नहीं, बल्कि अन्य जिलों के लोग भी लस्सी का स्वाद लेने आते हैं. दूध व दही, माखन का वर्णन हमारे पौराणिक ग्रंथों में मिलता है.

दुकानदार अतुल दीक्षित ने बताया कि हमारी दुकान 80 साल से ज्यादा पुरानी है. 1940 से लगातार हमलोग गिरी गंज चौराहे पर लस्सी पिलाते आ रहे हैं. हमारी दुकान पर दूर-दराज से लोग लस्सी पीने के लिए आते हैं.

गर्मी बढ़ने के साथ, हमारी लस्सी की भी बिक्री बढ़ती है

ग्राहक हर्ष ने बताया कि सीतापुर की जानी मानी दुकान है गिरी गंज चौराहे की लस्सी इधर जब आना होता है. तब हम लस्सी पीते हैं और 3 से 4 साल से बराबर हम इस दुकान पर लस्सी पीने आते हैं, सुबह-शाम लस्सी पीते हैं. यहां की स्वादिष्ट लगती है इसी वजह से हम इस दुकान पर आते हैं. ग्राहक जितेंद्र पाल ने बताया कि मुंशीगंज में रहता हूं मैं यहां सुबह शाम लस्सी पीने इस दुकान पर आता हूं फेमस लस्सी है और आसपास से भी लोग यहां इस दुकान पर लस्सी पीने आते हैं.
.Tags: Local18, Sitapur news, Street Food, Up news in hindiFIRST PUBLISHED : June 20, 2023, 14:15 IST



Source link