Warning sign of diabetes in women: अमेरिका में हुए एक नए शोध में पाया गया है कि 13 साल की उम्र से पहले पीरियड्स शुरू होने से लड़कियों में टाइप-2 डायबिटीज विकसित होने के खतरे को बढ़ा सकता है. इतना ही नहीं, जीवन में जल्दी पीरियड्स शुरू होना (खासकर 10 साल की उम्र से पहले) डायबिटीज रोगियों में 65 साल की उम्र से पहले स्ट्रोक होने के खतरे को भी बढ़ा देता है. शोधकर्ताओं ने ब्रिटिश मेडिकल जर्नल (BMJ) न्यूट्रिशन प्रिवेंशन एंड हेल्थ में इस बारे में जानकारी दी है. इस शोध के लिए 20 से 65 साल की उम्र के बीच की 17 हजार से अधिक महिलाओं के डेटा का विश्लेषण किया गया.
टुलेन यूनिवर्सिटी और ब्रिघम एंड विमेंस अस्पताल के शोधकर्ताओं ने कहा कि चूंकि यह एक अवलोकन संबंधी अध्ययन है, इसलिए वे इन संबद्धताओं के पीछे के कारणों को स्पष्ट रूप से नहीं बता सकते हैं. उन्होंने अपने अध्ययन में सुझाव दिया है कि पहले पीरियड्स की उम्र महिलाओं में दिल संबंधी बीमारियों के विकास का एक प्रारंभिक जीवन संकेतक हो सकता है.अध्ययन के परिणामअध्ययन में शामिल महिलाएं राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिनिधि क्रॉस-सेक्शनल नेशनल हेल्थ एंड न्यूट्रीशन एग्जामिनेशन सर्वे 1999-2018 से आई थीं. महिलाओं ने बताया था कि उन्हें पहली बार पीरियड्स कब हुए थे. शोधकर्ताओं ने पाया कि अध्ययन में शामिल महिलाओं में से लगभग 10 प्रतिशत (1773 महिलाओं) को टाइप 2 डायबिटीज का पता चला था. इनमें से 11.5 प्रतिशत (203 महिलाओं) को किसी न किसी प्रकार की दिल से जुड़ी बीमारी भी थी. उन्होंने शुरुआती उम्र में डायबिटीज के बढ़ते खतरे को पीरियड्स की शुरुआत के साथ जोड़ा है. उन्होंने इस खतरे को 32 प्रतिशत (10 साल की उम्र या उससे पहले पीरियड्स) से 14 प्रतिशत (11 साल की उम्र) से 29 प्रतिशत (12 साल की उम्र) तक बताया है.
स्ट्रोक का खतरा दोगुनाउन्होंने यह भी पाया कि 10 साल की उम्र से पहले पीरियड्स होने से डायबिटीज से पीड़ित 65 वर्ष से कम उम्र की महिलाओं में स्ट्रोक का खतरा दोगुना से भी अधिक हो जाता है. विशेष रूप से, उन्होंने गणना की कि 11 साल की उम्र में पहली बार पीरियड्स होने वाली महिलाओं में यह खतरा 81 प्रतिशत, 12 साल की उम्र में 32 प्रतिशत और 14 साल की उम्र में 15 प्रतिशत था.
निष्कर्षशोधकर्ताओं ने बताया कि एक संभावित व्याख्या यह हो सकती है कि ऐसी महिलाएं लंबे समय तक एस्ट्रोजन के संपर्क में रहती हैं और जल्दी पीरियड्स शुरू होने को एस्ट्रोजन के हाई लेवल से जोड़ा गया है. उन्होंने यह भी कहा कि वजन भी परिणामों को प्रभावित करने वाला एक और महत्वपूर्ण फैक्टर हो सकता है, क्योंकि जब उन्होंने वजन के लिए डेटा को समायोजित किया, तो पहली पीरियड्स की उम्र और स्ट्रोक के जटिलताओं के बीच देखा गया संबंध थोड़ा कमजोर हो गया. शोधकर्ताओं ने कहा कि इन निष्कर्षों से इस संभावना को बल मिलता है कि डायबिटीज और डायबिटीज की जटिलताओं को रोकने के लिए शुरुआती जीवन की रणनीतियों में पहली बार पीरियड्स की उम्र को शामिल किया जा सकता है.
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