ब्लड प्रेशर आपकी धमनियों में बहते रक्त का दबाव होता है. हर व्यक्ति के लिए सही रक्तचाप अलग हो सकता है और इसे कंट्रोल रखना जरूरी होता है. तभी आपका शरीर सही ढंग से काम कर पाता है. अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन के अनुसार, 120/80 mmHg को नॉर्मल बीपी माना जाता है. लेकिन जब यह स्तर 120/80 से 140/90 के बीच होता है, तो इसे प्री-हाइपरटेंशन कहा जाता है. वहीं, यदि यह 140/90 से ऊपर चला जाए, तो हाइपरटेंशन बन जाता है, जो हेल्थ के लिए खतरनाक हो सकता है.
ऐसे में इसे कंट्रोल करने के लिए हेल्दी खानपान के साथ योग अभ्यास बहुत कारगर साबित होता है. आर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक गुरुदेव श्री श्री रवि शंकर ने हमे बताया कि योग का उद्देश्य है—कष्ट उत्पन्न होने से पहले ही उसका समाधान करना है. योग हमें एक ऐसा जीवन जीने के उपकरण देता है जो तनाव और चिंता से मुक्त हो. ऐसे में यदि आप हाई बीपी की समस्या से परेशान हैं, तो ये 5 योगासन आपके लिए बहुत फायदेमंद साबित हो सकते हैं.
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उच्च रक्तचाप के लिए योगासन और प्राणायाम
शिशुआसन
यह मुद्रा तनाव और थकान को दूर करती है और ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर बनाती है. इसे करने के लिए एड़ियों पर बैठकर धीरे-धीरे आगे झुकें और माथा जमीन पर रखें. हाथ शरीर के पास रखें, हथेलियां ऊपर की ओर. कुछ मिनटों तक इस स्थिति में रहें. यह मुद्रा शरीर को आराम देने और तनाव घटाने में मददगार है.
वज्रासन
यह आसन मोटापे को कंट्रोल करता है और निचले पेट में ब्लड फ्लो को बढ़ाता है. इसे करने के लिए सीधे पीठ के साथ एड़ियों पर बैठें, घुटने और पैर एक साथ रखें. हाथ जांघों पर रखें और नाक से धीमी सांस लें. इस योगासन को भोजन के बाद भी किया जा सकता है.
पश्चिमोत्तानासन
पेट की चर्बी घटाने और तनाव कम करने में यह आसन मददगार है. इसके अभ्यास के लिए पैरों को सामने फैलाकर बैठें, रीढ़ सीधी रखें. दोनों हाथ सिर के ऊपर उठाएं और कूल्हों से आगे झुकें. कोशिश करें कि पैर के अंगूठे पकड़ सकें. श्वास लें और छोड़ें, इस प्रक्रिया को 2-3 बार दोहराएं.
शवासन
तनाव, अवसाद और थकावट को कम करने के लिए शवासन सबसे अच्छा आसन है. इसे करने के लिए पीठ के बल सीधे लेट जाएं, पैरों को आराम से फैलाएं. आंखें बंद करें और शरीर को पूरी तरह आराम दें. 3-5 मिनट या अधिक समय तक इस मुद्रा में रहें.
अर्ध मत्स्येन्द्रासन
यह आसन हार्ट और नर्वस सिस्टम को एक्टिव करता है और बीपी को नॉर्मल रखने में मदद करता है. इसे करने के लिए आराम से बैठकर एक पैर मोड़ें, दूसरे पैर को सामने फैलाएं. दाहिना हाथ बाएं घुटने के बाहर रखें और सिर बाईं ओर मोड़ें. दोनों दिशाओं में इस आसन को दोहराएं.
प्राणायाम से भी होगा बीपी कंट्रोल
योग के साथ-साथ प्राणायाम भी रक्तचाप को नियंत्रित करने में मदद करता है. भस्त्रिका प्राणायाम, भ्रामरी प्राणायाम, नाड़ी शोधन योगिक श्वसन टेक्निक है, जो तनाव को कम करते हैं और दिल की सेहत को सुधारते हैं.
Disclaimer: यहां दी गई जानकारी घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों पर आधारित है. इसे अपनाने से पहले चिकित्सीय सलाह जरूर लें. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.