Gautam Gambhir-S Sreesanth Controversy : भारत के पूर्व पेसर एस श्रीसंत (S Sreesanth) ने गौतम गंभीर पर ‘फिक्सर’ कहने के आरोप लगाए हैं. उन्होंने कहा कि गुरुवार को लीजेंड्स लीग क्रिकेट (एलएलसी) के मैच के दौरान गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) ने उन्हें ‘फिक्सर’ कहा. अब इस मामले पर श्रीसंत की वाइफ भुवनेश्वरी ने भी रिएक्ट किया है.
मामले की आंतरिक जांच होगीएलएलसी ने कहा कि इस मामले की आंतरिक जांच कराई जाएगी. एलएलसी ने कहा कि अगर भारत के पूर्व ओपनर गौतम गंभीर के खिलाफ गलत आचरण के साक्ष्य मिलते हैं तो इससे सख्ती से निपटा जाएगा. बुधवार को इंडियन कैपिटल्स और गुजरात जायंट्स के बीच एलएलसी के एलिमिनेटर मैच के दौरान श्रीसंत और उनके पूर्व साथी गंभीर के बीच तीखी बहस हो गई थी. इसके बाद दोनों विश्व कप विजेता खिलाड़ियों को अलग करने के लिए अंपायर को हस्तक्षेप करना पड़ा. 
2013 में फिक्सिंग के आरोपों के बाद लगा था बैन
बता दें कि श्रीसंत पर इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2013 में स्पॉट फिक्सिंग प्रकरण में उनकी कथित लिप्तता के चलते बीसीसीआई (भारतीय क्रिकेट बोर्ड) की अनुशासनात्मक समिति ने आजीवन प्रतिबंध लगाया था. सुप्रीम कोर्ट ने 2019 में इस प्रतिबंध को घटाकर सात साल का कर दिया था. श्रीसंत ने अपने इंस्टाग्राम हैंडल पर लाइव आकर कहा, ‘वह लाइव मुझे ‘फिक्सर फिक्सर’ कहते रहे, तुम फिक्सर हो. मैंने सिर्फ यही कहा, आप क्या कह रहे हो. मैं मजाकिया अंदाज में हंसता रहा. जब अंपायर उन्हें शांत करने की कोशिश कर रहे थे तो उन्होंने उनसे भी इसी भाषा में बात की.’
वाइफ ने किया रिएक्ट
श्रीसंत के एक पोस्ट पर उनकी वाइफ भुवनेश्वरी ने भी रिएक्ट किया है. उन्होंने लिखा- श्री की बात सुनकर ये बेहद चौंकाने वाली बात है कि जो खिलाड़ी उनके साथ कई सालों तक भारत के लिए खेला, वह इस स्तर तक गिर सकता है. रिटायर होने के इतने वर्षों बाद भी सक्रिय क्रिकेट. आखिरकार परवरिश बहुत मायने रखती है और इसका पता तब चलता है जब इस तरह का व्यवहार सबके सामने आता है. वाकई चौंकाने वाली बात है.’
 

‘सख्ती से निपटा जाएगा’
एलएलसी की आचार संहिता एवं नैतिक समिति के प्रमुख सैयद किरमानी ने कहा, ‘लीजेंड्स क्रिकेट लीग इस खेल और खेल भावना को बनाए रखने की कोशिश करती है और आचार संहिता के इस उल्लघंन के लिए एक आंतरिक जांच की जाएगी. मैदान के बाहर या अंदर, या फिर सोशल मीडिया मंच पर हुए किसी भी तरह के गलत आचरण से सख्ती से निपटा जाएगा. आचार संहिता में स्पष्ट रूप से बताया गया है कि लीग, खेल भावना और जिस टीम का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं, उसे बदनाम करने के लिए खिलाड़ियों पर जरूरी कार्रवाई की जाएगी. हम अपना रुख स्पष्ट करते हैं तथा देश और दुनिया भर के लाखों खेल प्रेमियों के साथ खेल साझा करने की ओर काम करना जारी रखेंगे.’



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