गमले में पालक कैसे उगाएं: सर्दियों के मौसम में पालक की पकौड़ी या उसका साग खूब खाया जाता है, लेकिन हरी ताजी पालक के लिए रोज-रोज बाजार कौन जाए. इससे तो अच्छा है कि आप उसे घर पर उगा लें, तरीका हम बताएंगे. इस टिप्स को फॉलो करके आप गमले में ही हरी-भरी आसानी से पालक उगा सकते हैं.
गमले में पालक उगाने के लिए सबसे पहले सही बीज का चयन करें. हमेशा ताजा और उच्च गुणवत्ता वाले बीज ही चुनें. इसके लिए आप स्थानीय नर्सरी या भरोसेमंद ऑनलाइन प्लेटफॉर्म से हाइब्रिड या देसी किस्म के बीज खरीद सकते हैं. ताजे बीजों से अंकुरण जल्दी होता है और पौधे मजबूत बनते हैं।
गमले में पालक उगाने के लिए कम से कम 6 से 8 इंच का गमला होना जरूरी है, ताकि जड़ों को फैलने की जगह मिल सके. गमले के नीचे जल निकासी के लिए छोटे छेद जरूर रखें, ताकि पानी जमा न हो और पौधे गलने से बचें. मिट्टी के गमले की बजाय प्लास्टिक या सीमेंट का गमला भी इस्तेमाल किया जा सकता है।
गमले में पालक बोने के दौरान पोषक तत्वों से भरपूर मिट्टी का प्रयोग करें. इसके लिए आप 60% गार्डन मिट्टी, 30% गोबर की खाद और 10% बालू मिलाकर एक समृद्ध मिश्रण तैयार कर सकते हैं. यह मिश्रण पौधों को पोषक तत्व देता है और जल निकासी को भी संतुलित रखता है, जिससे पैदावार अच्छी होती है।
गमले में पालक के बीजों को लगभग आधा इंच गहराई में और तीन-तीन इंच की दूरी पर बोना चाहिए. इसके बाद हल्की मिट्टी से ढक दें और ऊपर से पानी का छिड़काव कर दें. 5 से 7 दिन में अंकुर निकलने लगेंगे.
पालक को रोजाना हल्की सिंचाई की जरूरत होती है. ध्यान रखें कि मिट्टी हमेशा नम रहे, लेकिन उसमें पानी न भरने पाए. पौधों को प्रतिदिन कम से कम 4 से 5 घंटे सूर्य का प्रकाश मिलना चाहिए. लेकिन बहुत ज्यादा गर्मी या ठंड से बचाने के लिए गमले को छायादार जगह पर रखना चाहिए. इससे पालक की पैदावार अच्छी होगी.
गमले में पालक उगाने के लिए कुछ महत्वपूर्ण बातें:
– पालक के बीजों को गमले में बोने से पहले उन्हें अच्छी तरह से साफ करें.
– गमले में पालक को उगाने के लिए उचित जलवायु और प्रकाश की आवश्यकता होती है.
– पालक को रोजाना हल्की सिंचाई की जरूरत होती है, लेकिन उसमें पानी न भरने पाए.
– पौधों को प्रतिदिन कम से कम 4 से 5 घंटे सूर्य का प्रकाश मिलना चाहिए.
इन स्टेप्स को फॉलो करके आप गमले में ही हरी-भरी आसानी से पालक उगा सकते हैं।

