उत्तर प्रदेश में चल रही एसआईआर प्रक्रिया को लेकर समाजवादी पार्टी ने चुनाव आयोग को एक पत्र लिखा है. इस पत्र में समाजवादी पार्टी ने अपनी दो मुख्य मांगें रखी हैं, जिनमें से एक मांग एसआईआर प्रक्रिया के समय सीमा को 3 महीने तक बढ़ाने की है, जबकि दूसरी मांग है कि घोसी लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र में और जनपद मऊ की अलग-अलग विधानसभाओं में मतदाताओं को गणना प्रपत्र वितरित और एकत्रित करना सुनिश्चित किया जाए.
समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष श्यामलाल पाल ने चुनाव आयोग को पत्र लिखकर एसआईआर प्रक्रिया के लिए 3 महीने का समय बढ़ाने की मांग की है. इसके अलावा, उन्होंने यह भी शिकायत की है कि कई मतदाताओं को 2003 की वोटर लिस्ट नहीं मिली है. समाजवादी पार्टी ने यह भी आरोप लगाया है कि लखनऊ की पूर्वी विधानसभा के पोलिंग स्टेशन संख्या 130 और 131 पर 2003 की मतदाता सूची अपलोड नहीं की गई है, जिससे 1100 मतदाताओं को तलाशा नहीं जा सका है. समाजवादी पार्टी ने चुनाव आयोग से आग्रह किया है कि वह इन मतदाताओं को तलाश कर पोलिंग स्टेशन पर उपलब्ध कराए ताकि एसआईआर प्रक्रिया पारदर्शी तरीके से पूरी हो सके.
यह ध्यान देना महत्वपूर्ण है कि समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने हाल ही में चुनाव आयोग पर गंभीर आरोप लगाए थे. उन्होंने आरोप लगाया था कि चुनाव आयोग और भाजपा मिलकर उन सभी लोकसभा क्षेत्रों से लगभग 50,000 मतदाताओं को काटने की कोशिश कर रही हैं, जहां 2024 में सपा और कांग्रेस ने जीत हासिल की थी. इस मामले में समाजवादी पार्टी ने एसआईआर प्रहरी भी तैनात करना शुरू कर दिया है, जबकि भाजपा ने समाजवादी पार्टी पर जमकर पलटवार किया है. यहां तक कि अखिलेश यादव सहित सभी विपक्षी नेताओं ने एसआईआर के विरोध में खड़े हुए हैं.

