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sleeping while sitting may be dangerous for your life know its benefits and side effects samp | Sleeping while sitting: बैठकर सोना बन सकता है मौत का कारण!, जान लें नुकसान और फायदे



Sleeping while sitting: सोना हमारे शरीर के लिए काफी फायदेमंद है. क्योंकि, नींद के दौरान आपका शरीर व मसल्स खुद को रिपेयर करती हैं और थकावट से राहत भी मिलती है. लेकिन, सोने का तरीका सभी का अलग-अलग होता है. कुछ लोग पेट के बल सोते हैं, तो कुछ लोग कमर के बल सोना पसंद करते हैं. ऐसे ही कुछ लोग ऐसे भी होते हैं, जो बैठे-बैठे सो जाते हैं. शायद आपको पता नहीं होगा कि बैठकर सोने के कुछ फायदे भी हैं और नुकसान भी. वहीं, बैठकर सोना मौत का कारण भी बन सकता है! आइए इस बारे में विस्तार से जानते हैं.
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क्या बैठे-बैठे सोना मौत का कारण बन सकता है?बैठकर सोना सीधे तौर पर आपकी जान का दुश्मन नहीं बनता. लेकिन सोते हुए आप इस बात को ट्रैक नहीं कर सकते हैं कि आप कितनी देर सोए और अगर आप ज्यादातर बैठकर सो जाते हैं, तो आपके लिए खतरा हो सकता है. क्योंकि, लंबे समय तक बैठना या बहुत ज्यादा बैठे रहना डीप वीन थ्रोंबोसिस (deep vein thrombosis) का कारण बन सकता है. वेबएमडी के मुताबिक, इस बीमारी में ज्यादा बैठने से खासतौर से पैरों की रक्त धमनियों में थक्के जम जाते हैं. जब इन थक्कों का कोई कण टूटकर दिल या दिमाग की नसों तक पहुंच जाता है, तो दिल व दिमाग तक पहुंचने वाला खून बाधित हो जाता है. जिससे मौत भी हो सकती है.
बैठकर सोने के क्या नुकसान हैं?अगर आपको बैठकर सोने की आदत है, तो आपको निम्नलिखित नुकसानों का सामना करना पड़ सकता है. जैसे-
लंबे समय तक बैठे रहने पर आपकी पीठ की मांसपेशियों में अकड़न हो सकती है. जो कि कमर और पीठ में दर्द का कारण बन सकता है.
बैठे रहने से घुटनों पर अधिक प्रेशर पड़ता है और उनकी मॉबिलिटी (मुड़ने की क्षमता) कम होती है. जिससे आपको घुटनों में दर्द या चलने-फिरने में दिक्कत हो सकती है.
ज्यादा देर तक बैठने से शरीर में रक्त प्रवाह पर असर पड़ सकता है. इसके कारण रक्त प्रवाह बाधित हो सकता है.
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बैठकर सोने के फायदे क्या हैं?बैठकर सोने से निम्नलिखित फायदे हो सकते हैं. जैसे-
स्लीप एपनिया में लेटकर सोने में सांस लेने में तकलीफ होती है. जिस कारण गहरी व पूरी नींद प्राप्त करने में कठिनाई होती है. मगर आप बैठकर सोते हैं, तो आपको स्लीप एपनिया के लक्षणों से आराम मिल सकता है.
गर्भवती महिलाओं को बैठने, लेटने आदि में आरामयदाक स्थिति की खोज होती है. इसलिए, अगर उन्हें बैठकर सोने में आराम मिलता है, तो वह इस मुद्रा का उपयोग कर सकती हैं.
लेटने पर एसिड रिफ्लक्स की समस्या हो सकती है. जिसमें सीने में जलन का सामना करना पड़ सकता है. लेकिन बैठकर सोने में यह दिक्कत नहीं आती.
यहां दी गई जानकारी किसी भी चिकित्सीय सलाह का विकल्प नहीं है. यह सिर्फ शिक्षित करने के उद्देश्य से दी जा रही है.



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