हम सभी जानते हैं कि अच्छी नींद हमारे फिजिकल और मेंटल हेल्थ के लिए बेहद जरूरी है. लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी किपूरी तरह अंधेरे में सोना न केवल नींद की क्वालिटी को बेहतर बनाता है, बल्कि यह आपको कैंसर जैसी खतरनाक बीमारी से भी बचा सकता है. जी हां, यह कोई दावा नहीं बल्कि वैज्ञानिक शोधों से सामने आया फैक्ट है.
जब हमारा शरीर सो रहा होता है, तब भी हमारा ब्रेन कई जरूरी कामों में बिजी रहता है जैसे सेल रिपेयर, वेस्ट रिमूवल, मेमोरी कंसोलिडेशन और एनर्जी बहाल करना. ऐसे में अगर आप रोशनी में सोते हैं, चाहे वह बहुत हल्की क्यों न हो, तो आपके शरीर की ये सभी प्रक्रियाएं प्रभावित हो सकती हैं.
क्यों जरूरी है अंधेरे में सोना?हमारा शरीर एक नेचुरल 24 घंटे की बायोलॉजिकल घड़ी पर काम करता है, जिसे सर्केडियन रिद्म कहा जाता है. यह हमारे सोने-जागने के समय से लेकर हार्मोन रिलीज और सेल रिपेयर तक को कंट्रोल करती है. लेकिन जब आप रात में रोशनी के बीच सोते हैं (चाहे वो नाइट लाइट हो या खिड़की से आती स्ट्रीट लाइट) तो दिमाग भ्रमित हो जाता है कि अभी रात है या दिन. इससे नींद प्रभावित होती है और शरीर का हार्मोन बैलेंस बिगड़ सकता है.
मेलाटोनिन: नींद और कैंसर से लड़ाई का हीरोमेलाटोनिन को “स्लीप हार्मोन” भी कहा जाता है. यह अंधेरे में शरीर द्वारा स्वाभाविक रूप से उत्पादित होता है. यह न केवल आपको अच्छी नींद दिलाता है, बल्कि एक शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट की तरह भी काम करता है. मेलाटोनिन फ्री रेडिकल्स से लड़ता है. ये वही हानिकारक अणु हैं जो डीएनए में बदलाव कर कैंसर सेल्स को जन्म दे सकते हैं. शोध में यह पाया गया है कि जो लोग रात में रोशनी में सोते हैं या शिफ्ट वर्कर्स होते हैं, उनके शरीर में मेलाटोनिन का लेवल काफी कम होता है, जिससे कैंसर के खिलाफ शरीर की नेचुरल सेक्यूरिटी सिस्टम कमजोर पड़ जाती है.
वैज्ञानिक क्या कहते हैं?* Cancer Causes & Control नामक जर्नल में छपी एक स्टडी के अनुसार, जो महिलाएं अंधेरे में नहीं सोतीं, उन्हें ब्रेट कैंसर का खतरा ज्यादा होता है.* यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्सास की एक रिसर्च में यह बात सामने आई कि मेलाटोनिन ब्रेस्ट और कोलन कैंसर सेल्स की ग्रोथ को धीमा कर सकता है.* क्रोनोबायोलॉजी इंटरनेशनल में प्रकाशित एक अध्ययन ने भी बताया कि जिन लोगों के शरीर में रात के समय मेलाटोनिन कम बनता है, उनमें कैंसर होने की आशंका ज्यादा होती है.
अंधेरे में सोने के अन्य फायदे* नींद की क्वालिटी बेहतर होती है* स्ट्रेस और डिप्रेशन कम होता है* इम्यून सिस्टम मजबूत होती है* हार्मोन बैलेंस सुधरता है (जैसे भूख, तनाव, और विकास हार्मोन)
कैसे करें अपने बेडरूम को “डार्क-फ्रेंडली”?* ब्लैकआउट पर्दों का इस्तेमाल करें* मोबाइल और टीवी की लाइट बंद या ढककर रखें* नाइट लाइट से बचें* जरूरत हो तो स्लीप मास्क पहनें* दिन में भी झपकी लें तो अंधेरे कमरे में लें
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.