Last Updated:May 07, 2025, 21:38 ISTJhansi News: झांसी में गृह मंत्रालय के निर्देश पर मॉक ड्रिल आयोजित की गई जिसमें भारतीय सेना के ऑपरेशन ‘सिंदूर’ और भारत-पाक तनाव को ध्यान में रखा गया. इसमें स्ट्रैप पंप का प्रदर्शन किया गया.X
स्ट्रैप मशीन के बारे में बताते सिविल डिफेंस अधिकारीहाइलाइट्सझांसी में गृह मंत्रालय के निर्देश पर मॉक ड्रिल आयोजित की गई.स्ट्रैप पंप कम पानी में भी आग बुझा सकता है.स्ट्रैप पंप द्वितीय विश्व युद्ध में भी इस्तेमाल हुआ था.झांसी: गृह मंत्रालय के निर्देश के बाद झांसी में मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया. भारतीय सेना के ऑपरेशन ‘सिंदूर’ और भारत-पाक के बीच बढ़ते तनाव को देखते हुए यह अभ्यास झांसी पुलिस लाइन में किया गया. इस मॉक ड्रिल का मकसद था आम लोगों को यह समझाना कि अगर एयर स्ट्राइक जैसी स्थिति बनती है तो उससे कैसे निपटा जाए. इस दौरान कई विभागों के कर्मचारियों और सिविल डिफेंस वॉलंटियर्स ने हिस्सा लिया और आपात स्थिति में किस तरह काम किया जाना चाहिए, इसकी रिहर्सल की गई.
मॉक ड्रिल में इस्तेमाल किया गया स्ट्रैप पम्प इस मॉक ड्रिल में आग पर काबू पाने के लिए इस्तेमाल किए गए उपकरणों ने सभी का ध्यान खींचा. सिविल डिफेंस के वॉलंटियर्स ने कई पुराने और नए यंत्रों का प्रदर्शन किया. इनमें सबसे खास था ‘स्ट्रैप पंप’ (Strap Pump), जिसका इस्तेमाल आखिरी बार द्वितीय विश्व युद्ध में किया गया था. इस पंप का मॉक ड्रिल के दौरान इस्तेमाल किया गया. सिविल डिफेंस अधिकारियों ने बताया कि यह एक बेहद खास उपकरण है जिसका कई प्रमुख युद्धों में भी इस्तेमाल किया गया है. बताया कि पंप बिना मोटर के काम करता है और कम पानी में भी आग बुझा सकता है.
पंप की खासियत बताया कि इस स्ट्रैप पंप की खासियत यह है कि यह दो बाल्टियों पानी से भी प्रेशर बनाकर आग पर नियंत्रण कर सकता है. खासकर उन जगहों पर जहां पानी की कमी होती है, यह पंप छोटी जगहों में लगी आग को बुझाने में काफी उपयोगी साबित होता है. हालांकि, अब यह बाजार में नहीं मिलता, लेकिन सिविल डिफेंस वॉलंटियर्स इसे रिपेयर कर मॉक ड्रिल और इमरजेंसी में इस्तेमाल करते हैं.
Location :Jhansi,Uttar Pradeshhomeuttar-pradeshसिविल डिफेंस की यह मशीन है बेहद खास, कम पानी से बुझा देती है आग…