कानपुर. उत्तर प्रदेश के कानपुर (Kanpur) में इस्लाम का प्रचार और धर्मांतरण के लिए प्रेरित करने वाली तकरीरों से संबंधित वायरल वीडियो (Viral Video) के कारण जांच के घेरे में आए वरिष्ठ आईएएस इफ्तिखारुद्दीन (IAS Iftikharuddin) की मुश्किलें बढ़ सकती हैं. अवैध धर्मांतरण (illegal Religious Conversion) से जुड़े वीडियो वायरल (Viral Video) होने के बाद एसआईटी की जांच पूरी हो गई है. सूत्रों के मुताबिक एसआईटी के अध्यक्ष और महानिदेशक, सीबीसीआईडी जीएल मीना ने कानपुर में कई दिन तक कैंप करके वायरल वीडियो की सत्यता को जाना. एसआईटी के अध्यक्ष के साथ सदस्य एडीजी कानपुर जोन भानु भास्कर भी रहे. एडीजी भानु भास्कर के कैंप में 16 से ज्यादा टीमों को लगाया गया. इस दौरान 30 से ज्यादा लोगों से भी पूछताछ की गई.
उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम (यूपीएसआरटीसी) के चेयरमैन इफ्तिखारुद्दीन से लखनऊ स्थित सीबीसीआईडी मुख्यालय में गहन पूछताछ की गई है. वरिष्ठ आईएएस अधिकारी इफ्तिखारुद्दीन मामले में एसआईटी सोमवार को अपनी जांच रिपोर्ट शासन को सौंप सकती है. सूत्र बताते है कि एसआईटी की जांच के बाद शासन बड़ी कार्रवाई कर सकती है. एसआईटी की पूछताछ के दौरान 60 वीडियो दिखाए गए और सवाल किए गए. एसआईटी ने 4 दिनों तक कानपुर में रुककर विवादित वीडियो जुटाए थे. करीब 30 लोगों से पूछताछ हुई, जिसमें मंडल कार्यालय व आवास के कर्मचारी भी शामिल थे.
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सूत्रों के अनुसार एसआईटी को जांच के दौरान ऐसे 60 वीडियो मिले, जिसमें धर्म प्रचार संबंधी बैठकों और तकरीरों का जिक्र है. इन वीडियो के बारे में इफ्तिखारुद्दीन से लंबी पूछताछ की गई. इफ्तिखारुद्दीन पर सरकारी आवास में 2014 से लेकर 2017 के बीच धर्मांतरण को लेकर सभाएं करने का आरोप है. बता दें आईएएस के धर्मांतरण वाले वायरल वीडियो को लेकर सीएम योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर एसआईटी गठित की गई थी.पढ़ें Hindi News ऑनलाइन और देखें Live TV News18 हिंदी की वेबसाइट पर. जानिए देश-विदेश और अपने प्रदेश, बॉलीवुड, खेल जगत, बिज़नेस से जुड़ी News in Hindi.
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RAMGARH/RANCHI: Five people, including two women, were trampled to death by wild elephants in separate incidents in Jharkhand…

