Shooting League of India will be held in November-December Gen Z can become superstars by shooting guns | देश में शुरू होगी एक और बड़ी लीग, बंदूक चलाकर सुपरस्टार बन सकते हैं GEN Z, नोट कर लें तारीख

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Shooting League of India will be held in November-December Gen Z can become superstars by shooting guns | देश में शुरू होगी एक और बड़ी लीग, बंदूक चलाकर सुपरस्टार बन सकते हैं GEN Z, नोट कर लें तारीख



Shooting League of India: भारत के शूटिंग इतिहास में एक से बढ़कर एक खिलाड़ी हुए हैं. राज्यवर्धन सिंह राठौर, अभिमव बिंद्रा, समरेश जंग, गगन नारंग और रोंजन सोढ़ी जैसे दिग्गजों ने इस खेल में अपना नाम बनाया है. उनके नक्शेकदम पर चलकर मनु भाकर, सौरभ चौधरी और मेहुली घोष जैसी युवा खिलाड़ी आगे बढ़ रही हैं. ये तीनों GEN Z (1997 से 2012 के बीच जन्म लेने वाले) हैं और इन्हें इस जेनरेशन के लोग काफी पसंद भी कर रहे हैं. अब बड़े-बड़े शूटर्स एक छत के नीचे ही खेलते हुए दिखाई देंगे. आईपीएल, आईएलएस, प्रो-कबड्डी के तर्ज पर शूटिंग लीग ऑफ इंडिया (SLI) की शुरुआत होने वाली है.
शूटिंग लीग ऑफ इंडिया का होगा आयोजन
देश में युवाओं की संख्या ज्यादा है और शूटिंग लीग ऑफ इंडिया उनके लिए एक बेहतरीन विकल्प साबित होने वाली है. पिछले कुछ सालों में क्रिकेट से अलग कई खेलों में युवाओं की दिलचस्पी बढ़ी है और उनमें शूटिंग काफी प्रमुख है. GEN Z के लिए यह एक करियर विकल्प भी हो सकता है. पूर्व विश्व नंबर एक और ओलिंपियन रोंजन सोढ़ी ने शूटिंग लीग ऑफ इंडिया (SLI) के लॉन्च का स्वागत किया है और इसे खेल के लिए एक ऐतिहासिक क्षण बताया है.
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क्या है टूर्नामेंट का शेड्यूल?
रोंजन सोढ़ी का मानना है कि इस लीग का फॉर्मेट काफी बेहतरीन है. उन्होंने इसे सही कदम बताया है. उनका मानना है कि यह प्रशंसकों के लिए रोमांचक होगा और यह युवा निशानेबाजों के लिए बहुत अच्छा होगा. शूटिंग लीग ऑफ इंडिया 20 नवंबर से 2 दिसंबर 2025 के बीच आयोजित होने वाली है. इसमें एक तेज-तर्रार मिक्स्ड-टीम फॉर्मेट में आठ फ्रेंचाइजी टीमें होंगी. इसमें 10 मीटर और 25 मीटर पिस्टल, 10 मीटर और 50 मीटर राइफल (3P), और शॉटगन (ट्रैप और स्कीट) जैसी स्पर्धाएं शामिल होंगी.
इस तरह सेलेक्ट होंगे प्लेयर
टीमें दो-पूल लीग स्टेज में प्रतिस्पर्धा करेंगी. इसमें एलीट चैंपियंस, वर्ल्ड एलीट, नेशनल चैंपियंस, और जूनियर व यूथ चैंपियंस जैसे रणनीतिक रूप से चुने गए खिलाड़ी शामिल होंगे, ताकि टीमों में संतुलन बना रहे. खेलो इंडिया और नेशनल सेंटर ऑफ एक्सिलेंस जैसी योजनाओं के माध्यम से सरकारी समर्थन की प्रशंसा करते हुए सोढ़ी ने कॉर्पोरेट भागीदारी के लिए एक मजबूत पिच बनाई. उन्होंने कहा, ”आप केवल सरकार से खेल को फंड करने की उम्मीद नहीं कर सकते. शूटिंग ने ओलिंपिक, विश्व कप और एशियाई खेलों में लगातार पदक दिए हैं. अब वापस देने का समय है. प्रायोजकों को इसे केवल एक निवेश के रूप में नहीं, बल्कि एक राष्ट्रीय योगदान के रूप में देखना चाहिए.”
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नेशनल राइफल एसोसिएशन ऑफ इंडिया क्या है?
1951 में स्थापित नेशनल राइफल एसोसिएशन ऑफ इंडिया भारत में शूटिंग के खेल के लिए राष्ट्रीय शासी निकाय है. इसका उद्देश्य देश में इस खेल को बढ़ावा देना और लोकप्रिय बनाना है. NRAI इंटरनेशनल शूटिंग स्पोर्ट फेडरेशन, एशियन शूटिंग कन्फेडरेशन, कॉमनवेल्थ शूटिंग फेडरेशन, साउथ एशियन शूटिंग कन्फेडरेशन और भारतीय ओलंपिक एसोसिएशन से संबद्ध है. NRAI के पास 53 संबद्ध राज्य संघों और इकाइयों का एक नेटवर्क है. राष्ट्रीय, राज्य, जिला और क्लब स्तरों पर नियमित प्रतियोगिताएं आयोजित की जा रही हैं. कई भारतीय निशानेबाजों ने ओलंपिक खेल, विश्व चैंपियनशिप, राष्ट्रमंडल और एशियाई खेल/चैंपियनशिप जैसी प्रमुख अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में पदक जीते हैं. ऐसे में यह खेल Gen Z के लिए काफी अच्छा होने वाला है.



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