Last Updated:May 18, 2025, 15:44 ISTSindoor farming : इसका पौधा दक्षिण अमेरिका और कुछ एशियाई देशों में पाया जाता है. भारत में ये पौधा हिमाचल और महाराष्ट्र के कुछ गिने-चुने इलाकों में होता है. सहारनपुर के किसान ने इसकी खेती कर कमाल कर दिया. X
अब सहारनपुर में भी की जा सकती है सिंदूर की खेती किसान ने साबित कर दिखायाहाइलाइट्ससहारनपुर के किसान सुधीर ने सिंदूर की खेती शुरू की.सिंदूर के पेड़ से 100% नेचुरल सिंदूर तैयार होता है.वे दूसरे किसानों को भी सिंदूर के पौधे उपलब्ध करा रहे हैं.सहारनपुर. पाकिस्तान के खिलाफ भारतीय सेना के ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद से सिंदूर शब्द सुर्खियों में है. फिल्मों से लेकर ‘सिंदूर’ से जुड़ी हर छोटी-बड़ी चीज के बारे में बात हो चुकी है. आज बात सिंदूर की खेती की करेंगे. भारतीय संस्कृति में सिंदूर की अपनी जगह है. हर हिंदू सुहागिन के पास ये जरूर होता है. सिंदूर ऐसी चीज है जो लगभग हर गांव और गली-मोहल्ले में आसानी से मिल जाता है. हम सभी इस बात से वाकिफ हैं कि सिंदूर चूना, हल्दी और मर्करी को मिलाने से बनता है. लेकिन क्या आप जानते हैं सिंदूर का पौधा भी होता है, जिसे कुमकुम ट्री या केमिलर ट्री कहते हैं. इसके फल से पाउडर और लिक्विड फॉर्म में सिंदूर जैसा लाल डाई बनता है. कई लोग इसकी लिक्विड लिपस्टिक ट्राई करते हैं क्योंकि इससे जो रंग निकलता है, वो होठों को नेचुरली लाल कर देता है.
हरे रंग का फल
सिंदूर का पौधा दक्षिण अमेरिका और कुछ एशियाई देशों में उगाया जाता है. भारत में ये पौधा हिमाचल और महाराष्ट्र के कुछ गिने-चुने इलाकों में ही मिलता है. आमतौर पर सिंदूर का पौधा आसानी से देखने को नहीं मिलता. सिंदूर के छोटे पेड़ से एक बार में एक से डेढ़ किलो सिंदूर फल निकलता है. इसकी कीमत 500 रुपये प्रति किलो से अधिक होती है. इसका पेड़ 50 फीट ऊंचा होता है. सिंदूर के पेड़ से जो फल निकलते हैं, उनके बीजों को निकालकर उससे नेचुरल सिंदूर तैयार किया जाता है. सिंदूर के पेड़ पर फल गुच्छों के रूप में लगते हैं. शुरू में ये फल हरे रंग का होता है और बाद में लाल रंग में बदल जाता है. इन फलों के अंदर ही सिंदूर होता है.
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तापमान मुफीद
सहारनपुर के गांव खुशहालीपुर के रहने वाले किसान सुधीर कुमार सैनी ने अपने खेतों में सिंदूर के कुछ पेड़ लगाकर इसकी खेती शुरू की है. आने वाले समय में वे सिंदूर की खेती को बढ़ाएंगे. वे दूसरे किसानों को भी सिंदूर के पौधे उपलब्ध करा रहे हैं. Local 18 से बात करते हुए किसान सुधीर बताते हैं कि उन्होंने बाहर से मंगाकर अपने खेत में सिंदूर के कुछ पेड़ लगाए हैं. ये पेड़ सहारनपुर में नहीं मिलते हैं, लेकिन यहां का तापमान सिंदूर की खेती के लिए काफी अच्छा है. सुधीर कुमार के अनुसार, अभी उन्होंने ट्रॉयल के रूप में कुछ पेड़ लगाए ताकि पता चले कि यहां सिंदूर की खेती कितनी सफल रहेगी. प्रयोग सफल रहा और अब धीरे-धीरे वे सिंदूर की खेती को बढ़ा रहे हैं.
सिंदूर के एक बड़े पेड़ पर लगभग 50 किलो तक सिंदूर आसानी से आ जाता है. अगर इतनी मात्रा में एक पौधा से सिंदूर प्राप्त होता रहा तो ये पौधा व्यापारिक रूप में काफी फायदेमंद है. आजकल मार्केट में मिलावटी सिंदूर मिलता है, जबकि सिंदूर के पेड़ों से 100% नेचुरल सिंदूर तैयार होता है. सुधीर कुमार सिंदूर के पौधे भी तैयार कर बेच रहे हैं.
Location :Saharanpur,Uttar Pradeshhomeagricultureये किसान कर रहा सिंदूर की खेती, एक पेड़ से इतना फल, बिक रहा 500 रुपये किलो