उत्तर प्रदेश के कौशांबी जिले में एक अनूठी प्रेम कहानी सुर्खियों में है. यहां नौ साल की प्रेम कहानी सात फेरों के बंधन में बंध गयी. दोनों की प्रेम कहानी स्कूल में शुरू हुई थी और अब वह एक दूसरे के हो गए हैं. शाबरीन बनो ने पहले हिंदू धर्म अपनाया और सीता बन गई. फिर प्रेमी अभिषेक संग हिंदू रीति रिवाज के साथ दुर्गा मंदिर में रचाई शादी.
कौशांबी जिले के कड़ाधाम थाना क्षेत्र का है. कड़ाधाम थाना क्षेत्र के गौसपुर नवावा गांव के रहने वाले फारूक अहमद की बेटी शाबरीन और देवीगंज के रहने वाले अभिषेक दोनों एक ही स्कूल में पढ़ते थे. दोनों को स्कूल में ही एक दूसरे से प्यार हो गया था. दोनों ने गंगा राम साहू इंटर कॉलेज से 12वीं की परीक्षा पास की थी. प्रेमी-प्रेमिका की कहानी 9 साल तक चली. अंत में दोनों ने शादी करने का फैसला लिया. फिर शाबरीन ने अभिषेक संग दुर्गा मंदिर में सात फेरे लिए और हिंदू धर्म को स्वीकार किया.
दोनों की मोहब्बत की जानकारी जब शाबरीन के घर वालों को हुई, तो उन्होंने विरोध करना शुरू कर दिया. शाबरीन की मां यासमीन बानो ने 15 सितंबर को कड़ा धाम थाना में शिकायती पत्र दिया. उन्होंने आरोप लगाया कि उनकी बेटी को अभिषेक शादी का झांसा देकर भगा ले गया. साथ ही घर से दो लाख रुपये कैश और जेवरात लेकर घर से फरार होने की बात भी कही. इस मामले में पुलिस मुकदमा दर्ज कर जांच कर रही है.
लेकिन शाबरीन का कहना है, ‘मैं अभिषेक से कक्षा 9 से ही प्यार करती हूं. हमारा प्यार लगभग 9 सालों से चल रहा था. साथ ही मुझे हिंदू धर्म बहुत पसंद है. हिंदू धर्म में औरतों की बहुत इज्जत की जाती है. इसलिए मैंने हिंदू धर्म अपना कर शादी की है. यह शादी मैंने अपनी मर्जी से की है और मैं अपने पति के साथ खुश हूं.’
यह प्रेम कहानी कौशांबी जिले में एक अनूठी घटना है, जहां एक मुस्लिम युवती ने हिंदू धर्म अपनाया और अपने प्रेमी के साथ शादी की. यह घटना प्रेम और धर्म के बीच के संबंध को दर्शाती है, जहां प्रेम की भावना धर्म के बंधनों से ऊपर है.

