क्रिकेट का खेल दुनियाभर में अपने रोमांच के लिए मशहूर है. खिलाड़ियों में ही इस खेल का ऐसा बुखार सवार होता है कि दिन-रात एक कर देते हैं. आज के दौर में ये खेल कई खिलाड़ियों की किस्मत रातों-रात चमका देता है. लेकिन इस खेल से जितनी शोहरत, मजा और फेम मिलता है उतना ही ये खतरनाक भी है. इसका एक उदाहरण हम आपको बताने जा रहे हैं. एक स्टाइलिश भारतीय खिलाड़ी की जान खेल-खेल में ही चली गई थी. शॉर्ट लेग और पुल शॉट का खूनी खेल आज भी सुनकर किसी की भी रूह कांप उठेगी.
कौन था क्रिकेट का वो स्टाइलिश प्लेयर?
ये दर्दनाक कहानी भारत के पूर्व क्रिकेटर रमन लाम्बा की है. उन्हें करियर में पुश मिला ही था लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंजूर था. उनकी दर्दनाक मौत की कहानी आज भी दिल दहला देती है. उनका निधन 23 फरवरी को 1998 में हुआ था. लाम्बा मौत बांग्लादेश टूर के दौरान ढाका में हुई थी. एक पुल शॉट उनके लिए खूनी साबित हुआ. मौत के 3 दिन पहले ढाका प्रीमियर लीग में उनके साथ दर्दनाक घटना हुई थी.
कैसे हुई मौत?
ढाका प्रीमियर लीग के मुकाबले के दौरान कप्तान के कहने पर रमन लाम्बा शॉर्ट लेग पर लगे थे. ओवर खत्म होने में महज 3 गेंद बाकी थीं, जिसके चलते उन्होंने हेलमेट नहीं लिया जबकि अक्सर इस जगह फील्डर हेलमेट लगाते हैं. गेंद स्पिनर सैफुल्ला खान के हाथों में थी. उनके शॉर्ट लेग पर लगने के अगली ही गेंद पर बल्लेबाज ने तेज तर्रार पुल शॉट खेल दिया. गेंद जाकर रमन लाम्बा के सीधे सिर में जा लगी. गेंद लगते ही वह जमीन पर तुरंत लेट गए.
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क्या थे आखिरी शब्द?
गेंद लगने के बाद रमन लाम्बा के मुंह से सिर्फ यही शब्द निकले ‘मैं तो मर गया यार’. मैदान पर चीख-पुकार मची और आनन-फानन में उन्हें अस्पताल ले जाया गया. भारत से भी डॉक्टर्स रवाना हुए, लेकिन रमन लाम्बा कोमा में जा चुके थे. 3 दिन कोमा में रहने के बाद 23 फरवरी, 1998 को उनका निधन हो गया था. उन्होंने भारत के लिए 4 टेस्ट खेले और उनमें 102 रन ही बनाए. इसके अलावा वनडे में 32 वनडे मुकाबले में 783 रन बनाए थे.
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