Shoulder Pain Relief Exercises: बारिश का मौसम हो या ठंडी हवा, अक्सर इन दिनों में कंधों और गर्दन में दर्द या अकड़न की समस्या हो जाती है. लंबे समय तक एक ही पोज़िशन में बैठना, काम का प्रेशर या फिर बढ़ती उम्र के कारण भी ये समस्याएं हो सकती हैं. ऐसे में दवा या मलहम का सहारा लेने से बेहतर है कुछ आसान लेकिन असरदार एक्सरसाइज को अपनी डेली रूटीन में शामिल कर लिया जाए. यहां हम बता रहे हैं शोल्डर पेन और अकड़न को दूर करने वाले 4 ऐसे मूवमेंट्स, जिन्हें हर दिन कुछ मिनट करने से दर्द से राहत मिलती है और साथ ही साथ मांसपेशियां भी मजबूत बनती हैं.
भारत सरकार के आयुष मंत्रालय ने कंधों की गतिशीलता बढ़ाने और दर्द से राहत पाने के लिए चार आसान शोल्डर मूवमेंट्स बताए हैं, जो योगिक वार्म-अप का हिस्सा हैं. ये एक्सरसाइज कंधों की अकड़न कम करने, गतिशीलता में सुधार और कंधे को एक्टिव करने के लिए मदद करते हैं, जिससे बेहतर मुद्रा और संतुलन के साथ गहरे योग आसनों की तैयारी होती है.मंत्रालय के मुताबिक ये व्यायाम हर दिन करने से न केवल कंधों की सेहत सुधरती है, बल्कि योग और अन्य शारीरिक गतिविधियों के लिए शरीर अच्छे से तैयार हो जाता है. इन्हें हर दिन 5-10 मिनट करने से दर्द और अकड़न से राहत मिल सकती है.
इनमें पहली एक्सरसाइज है शोल्डर रोटेशन, यानी कंधे का घुमाव. इस एक्सरसाइज में दोनों कंधों को धीरे-धीरे गोलाकार गति में आगे और पीछे की ओर घुमाया जाता है. इसे 8-10 बार दोनों दिशाओं में करें. यह कंधों और गर्दन की मांसपेशियों को ढीला करता है, अकड़नल की समस्या को दूर करता है, और ब्लड फ्लो को बढ़ाता है, जिससे कंधों में लचीलापन आता है.
दूसरी एक्सरसाइज है शोल्डर स्ट्रेच, यानी कंधे का खिंचाव. एक हाथ को सीने के सामने से दूसरी तरफ ले जाएं और दूसरे हाथ से हल्का दबाव डालकर खींचें. 15-20 सेकंड तक रुकें और फिर दूसरा हाथ दोहराएं. यह कंधों और ऊपरी पीठ की मांसपेशियों को खोलता है, जिससे तनाव और दर्द में राहत मिलती है.
तीसरी एक्सरसाइज है आर्म स्विंग्स या बाहों का झूलना, इसमें दोनों बाहों को ढीला छोड़कर आगे-पीछे या बगल की ओर धीरे-धीरे झुलाएं. इसे 10-12 बार करें. यह कंधों और बाहों की जोड़ों को लचीला बनाता है और मांसपेशियों को गर्म करता है.
शोल्डर ब्लेड स्क्वीज या कंधे की हड्डी का संकुचन करने के लिए कंधों को पीछे की ओर ले जाकर हड्डियों को आपस में मिलाने की कोशिश करें और 5-10 सेकंड तक रुकें. इसे 8-10 बार दोहराएं. यह मुद्रा पीठ और कंधों की मांसपेशियों को मजबूत करती है और अकड़न को कम करती है.
(आईएएनएस)
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