हरिकांत शर्मा/आगरा. आगरा खंदौली के पोहिया गांव में बेहद प्राचीन टेढ़ेश्वर महादेव मंदिर मौजूद है. जैसा कि नाम से जाहिर है इस मंदिर में स्थापित शिवलिंग एक तरफ झुका हुआ है. जिस वजह से शिवलिंग का नाम टेढ़ेश्वर महादेव पड़ गया. यह शिवलिंग बेहद चमत्कारी है. इसके बारे में कहा जाता है कि हर साल इसका आकार बड़ा हो रहा है.यहां के महंत बताते हैं कि सैकड़ों बरस पहले एक किसान हल से खेत जोत रहा था. तभी उसके हल का निचला हिस्सा महादेव की पिंडी से टकराया. हल टकराने का निशान इस शिवलिंग पर आज भी मौजूद है. बाद में स्थानीय निवासियों ने खोदकर शिवलिंग निकालना चाहा, लेकिन शिवलिंग की गहराई का कोई छोर नही मिला. हार मानकर गांव वालों ने उसी जगह पर शिवलिंग की स्थापना कर मंदिर बनवा दिया.
मंदिर के महंत घंट बाबा का कहना है कि हर साल शिवलिंग का आकार बढ़ता जा रहा है. अपने आप में यह चमत्कार है. ऐसा बताया जाता है कि जब यह शिवलिंग खेत से निकला था. तब यह खेत के बराबर ही था. लेकिन खेतों की ऊंचाई जस की तस है और इस मंदिर में स्थापित टेढ़ेश्वर महादेव का शिवलिंग 3 से 4 फुट ऊंचा हो चुका है. ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि हर साल यह शिवलिंग कुछ इंच ऊपर उठ रहा है. भक्त मानते हैं कि अपने आप में यह भगवान भोले का चमत्कार है. मंदिर की मूर्ति पीछे की तरफ झुकी हुई है. इस वजह से इसे टेढ़ेश्वर महादेव कहा जाता है.
सावन के पवित्र महीने में इस मंदिर में भक्तों का तांता लगता है. दूरदराज के इलाकों से लोग इस मंदिर में पूजा-अर्चना करने के लिए पहुंचते हैं. टेढ़ेश्वर महादेव हर भक्त की मनोकामना पूरी करते हैं. अलीगढ़ से आए एक भक्त का कहना है कि मंदिर में आने से उन्हें बेहद सुकून मिलता है. मंदिर घनी आबादी से दूर है. अपने आप पर चमत्कारी मंदिर है. मंदिर में पूजा-अर्चना करने के बाद मन को सुकून मिलता है. सावन के महीने में हर सोमवार को मंदिर में पैर रखने तक की जगह नहीं होती है..FIRST PUBLISHED : July 16, 2023, 18:22 IST



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