सर्वेश श्रीवास्तव/अयोध्या. सावन का आज अंतिम सोमवार है. आज के दिन शिव भक्त भगवान भोलेनाथ को प्रसन्न करने के लिए तरह-तरह के उपाय कर रहे हैं. इसमें भगवान शंकर के अमोघ मंत्रों का जाप करना बहुत लाभकारी माना जाता है. धार्मिक मान्यता के मुताबिक शिव जी के मंत्रों का जाप करने से मस्तिष्क में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है. साथ ही, जीवन में आ रही तमाम बाधाएं भी समाप्त होती हैं. हर मनोकामना पूरी होती है. मंत्रों का जाप करने से आध्यात्मिक चेतना जागृत होती है.

उत्तर प्रदेश के अयोध्या के प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य पंडित कल्कि राम बताते हैं कि सावन के आखिरी सोमवार के दिन बड़ी संख्या में शिव भक्त भगवान भोलेनाथ को प्रसन्न करने के लिए अनेक प्रकार के उपाय कर रहे हैं. इसमें सबसे महत्वपूर्ण उनके मंत्रों का जाप करना है. अगर आप शिव जी को प्रसन्न करना चाहते हैं और उनकी कृपा पाना चाहते हैं तो सावन के अंतिम सोमवार के दिन इन मंत्रों का जाप करें.

महामृत्युंजय मंत्र

महामृत्युंजय मंत्र को भगवान शंकर का सबसे शक्तिशाली मंत्र माना जाता है. किसी भी प्रकार भय से मुक्ति पाने के लिए भगवान शंकर के इस मंत्र का जाप करना चाहिए.त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्. उर्वारुकमिव बन्धनान् मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्॥

भगवान शंकर को प्रसन्न करने के लिए मंत्र

ॐ नमः शिवायॐ शंकराय नमः ॐ महादेवाय नमःॐ महेश्वराय नमःॐ श्री रुद्राय नमःॐ नील कंठाय नमःभगवान रुद्र को प्रसन्न करने के श्लोकनमामीशमीशान निर्वाणरूपंविभुं व्यापकं ब्रह्मवेदस्वरूपम् .निजं निर्गुणं निर्विकल्पं निरीहं चिदाकाशमाकाशवासं भजेऽहम् .निराकारमोंकारमूलं तुरीयंगिरा ज्ञान गोतीतमीशं गिरीशम् .करालं महाकाल कालं कृपालं.गुणागार संसारपारं नतोऽहम्.तुषाराद्रि संकाश गौरं गभीरंमनोभूत कोटिप्रभा श्री शरीरम् .स्फुरन्मौलि कल्लोलिनी चारु गङ्गा लसद्भालबालेन्दु कण्ठे भुजङ्गा .चलत्कुण्डलं भ्रू सुनेत्रं विशालंप्रसन्नाननं नीलकण्ठं दयालम् ।मृगाधीशचर्माम्बरं मुण्डमालंप्रियं शंकरं सर्वनाथं भजामि।।प्रचण्डं प्रकृष्टं प्रगल्भं परेशंअखण्डं अजं भानुकोटिप्रकाशम।त्रयः शूल निर्मूलनं शूलपाणिंभजेऽहं भवानीपतिं भावगम्यम्।।कलातीत कल्याण कल्पान्तकारीसदा सज्जनानन्ददाता पुरारी ।चिदानन्द संदोह मोहापहारीप्रसीद प्रसीद प्रभो मन्मथारी।।न यावत् उमानाथ पादारविन्दंभजन्तीह लोके परे वा नराणाम् न तावत् सुखं शान्ति सन्तापनाशंप्रसीद प्रभो सर्वभूताधिवासम्।।न जानामि योगं जपं नैव पूजांनतोऽहं सदा सर्वदा शम्भु तुभ्यम् जरा जन्म दुःखौघ तातप्यमानंप्रभो पाहि आपन्नमामीश शम्भो।।रुद्राष्टकमिदं प्रोक्तं विप्रेण हरतोषयेये पठन्ति नरा भक्त्या तेषां शम्भुः प्रसीदति ।।

(नोट: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष के मुताबिक है. न्यूज़ 18 इसकी पुष्टि नहीं करता है)
.Tags: Ayodhya News, Lord Shiva, Religion 18, Sawan, Sawan somvar, Up news in hindiFIRST PUBLISHED : August 28, 2023, 08:53 IST



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