उत्तर प्रदेश के संभल में सरकारी जमीन पर बनी अवैध मस्जिद को कमेटी ने खुद ही तोड़ना शुरू कर दिया है. यहां लोगों ने नमाज पढ़ने के लिए खुद मस्जिद को तोड़ना शुरू कर दिया है. संभल में लगातार अवैध निर्माण पर बुलडोजर का कहर बरप रहा है. पहले धरमपुरा मस्जिद फिर अब संभल के रायाबुजुर्ग गांव में सरकारी जमीन पर बने अवैध निर्माण के खिलाफ ध्वस्तिकरण कार्रवाई जारी है. बीते दिन यानी 2 अक्टूबर को मैरिज हॉल और मदरसे को जमींदोज कर दिया गया है. वहीं अवैध मस्जिद पर भी कार्रवाई होनी थी. इस पर मस्जिद कमेटी ने खुद ही तोड़ना शुरू कर दिया है. आज भी दूसरे दिन यह कार्रवाई जारी है.
संभल के रायाबुजुर्ग में कल और आज की तस्वीरें एक दम पलट थी. मौके पर आज न बुलडोजर की धमक है और न ही हथौड़े की हनक है. मस्जिद की बाउंड्री से मस्जिद कमेटी चंद ईंटें निकाल सकी है. पूरी मस्जिद कमेटी हटाने को कमेटी के पास सिर्फ तीन का वक्त बचा है. संभल प्रशासन के मुताबिक, यह मस्जिद अवैध अतिक्रमण करके बनाई गई थी. मस्जिद जिस जगह पर स्थित थी, वहां पहले फसलों की खाद बनाने के लिए जमीन छोड़ी गई थी. गुरुवार को प्रशासन की टीमें मस्जिद गिराने पहुंची थीं. मस्जिद कमेटी ने प्रशासन के साथ समन्वय करते हुए स्वयं 4 दिन के भीतर मस्जिद गिराने का निवेदन किया. इसी के तहत अब मस्जिद का बाहरी दीवार का हिस्सा तोड़ा जा रहा है. प्रशासन ने इस दौरान सुरक्षा और निगरानी व्यवस्था कड़ी कर रखी है ताकि कोई अप्रिय घटना न हो. स्थानीय लोगों को भी स्थिति पर ध्यान रखने और अफवाहों से दूर रहने की अपील की गई है.
संभल में मदरसे को ढहाने के बाद प्रशासन ने मस्जिद हटाने को मस्जिद कमेटी को चार दिन का वक्त दिया था. एक दिन का वक्त गुजर चुका है. तीन दिन का वक्त बाकी है. अब देखना ये है कि तीन दिन में कमेटी कैसे पांच सौ मीटर स्पेस में बनी मस्जिद हटाती है. न्यूज़ 18 ने जिस वक्त मौके का जायजा लिया तब मस्जिद हटाने का काम बंद था. अधिकांश लोग इस संबंध में कैमरे पर बोलने को तैयार नहीं हुए. एक स्थानीय शख्स ने जुमे की नमाज की वजह से काम बंद होने की बात कही. वहीं नमाज के बाद मस्जिद की तुड़ाई शुरु करने तथा तीन दिन में मस्जिद हटाने का दावा किया. हालांकि दावा बड़ा है. अब देखना ये है कमेटी अपने दाबे पर कितना खरा उतरती है.
दरअसल, मस्जिद के माली ने अवैध ढांचे को चार दिन में खुद गिराने का वादा किया है. अब कार्रवाई के लिए तीन दिन बचे हैं. ये मस्जिद पांच सौ स्क्वायर मीटर इलाके में बनी है. नोटिस जारी करने के बाद पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी गुरुवार को मौके पर पहुंचे थे. इस दौरान मौके भरी संख्या में पुलिस फोर्स मौजूद रही. जिला प्रशासन के अनुसार, यह मस्जिद और मदरसा लगभग 10 साल पहले सरकारी भूमि पर बिना अनुमति के बनाया गया था. भूमि का सर्वेक्षण करने पर यह पाया गया कि यह जमीन ग्राम सभा की है, जिस पर कोई भी निजी निर्माण वैध नहीं है. 30 दिन पहले ही दिया गया था नोटिस.
संभल एसपी केके बिश्नोई ने बताया, प्रशासन की ओर से मस्जिद कमेटी को 30 दिनों का समय दिया गया था. 30 दिन बाद भी जब इनके द्वारा इसे नहीं तोड़ा गया तो प्रशासन द्वारा निर्णय लिया गया कि इसे स्वयं तोड़ा जाएगा. यह एक अवैध निर्माण था. उन्होंने कहा कि इन्हें मस्जिद हटाने का पर्याप्त समय दिया गया था. लेकिन, अब तक इसे नहीं हटाया गया. यहां पुलिस की पूरी व्यवस्था है. पूरे इलाके की ड्रोन से निगरानी रखी जा रही है. यह काफी बड़ा क्षेत्र है. इस जगह का निर्माण कई बीघा जमीन पर किया गया था. गांव में शांति व्यवस्था कायम है.
इलाका बना छावनी जिला प्रशासन की ओर से मस्जिद को हटाने की तैयारी कर ली गई है. आसपास का इलाका पूरी तरह से छावनी में तब्दील कर दिया गया है. मौके पर भारी पुलिस फोर्स तैनात है. पीएसी जवानों के साथ कई थानों की पुलिस फोर्स मौके पर मौजूद है. इससे पहले पुलिस की ओर से फ़्लैग मार्च भी किया गया था.