उत्तर प्रदेश के संभल जिले में हुई हिंसक घटना के मास्टरमाइंड शारिक साटा के खिलाफ पुलिस ने कार्रवाई तेज कर दी है. स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) ने कोर्ट के आदेश पर धारा 84 के तहत उसकी संपत्ति कुर्की की मुनादी कराई है. शारिक साटा को 30 दिनों के भीतर आत्मसमर्पण करने का समय दिया गया है, अन्यथा उसकी सारी संपत्ति जब्त कर ली जाएगी. इसके अलावा, SIT दुबई में छिपे शारिक साटा को भारत वापस लाने के लिए इंटरपोल के माध्यम से रेड कॉर्नर नोटिस जारी करने की तैयारी में जुटी है.
24 नवंबर 2024 को संभल के शाही जामा मस्जिद सर्वे के दौरान भड़की हिंसा ने पूरे इलाके को दहला दिया था. पुलिस जांच के अनुसार, यह घटना एक सुनियोजित साजिश का नतीजा थी, जिसमें शारिक साटा ने दुबई से अपने गुर्गों को निर्देश देकर हिंसा भड़काई. इस दौरान चार निर्दोष लोगों की जान चली गई, जबकि 29 पुलिसकर्मी और कई अन्य नागरिक गंभीर रूप से घायल हो गए. हिंसा में पथराव, आगजनी और हथियारों का इस्तेमाल किया गया. पुलिस की चार्जशीट में शारिक साटा को मुख्य साजिशकर्ता बताया गया है. 2020 में फर्जी पासपोर्ट के जरिए भारत से फरार होने के बाद वह दुबई में सक्रिय है, जहां से वह अपराधी गतिविधियों को अंजाम देता रहा. उसके गुर्गे मुल्ला अफरोज, गुलाम और वारिस को पहले ही गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है. पूछताछ में इन आरोपियों ने शारिक साटा के निर्देशों का खुलासा किया, जिसमें हिंसा की योजना और हथियारों की सप्लाई शामिल थी.
शारिक साटा के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत पहले ही दो करोड़ रुपये की संपत्ति कुर्क की जा चुकी है. एसपी कृष्ण कुमार बिश्नोई ने बताया, “शारिक साटा के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत पहले ही दो करोड़ रुपये की संपत्ति कुर्क की जा चुकी है. हम सीबीआई और इंटरपोल के साथ समन्वय कर रहे हैं ताकि उसे जल्द भारत लाया जा सके.” 59 से अधिक आपराधिक मामले दर्ज शारिक साटा पिछले 30 वर्षों से अपराध की दुनिया में सक्रिय है. उसके खिलाफ उत्तर प्रदेश समेत तीन राज्यों में लूट, हत्या, वाहन चोरी और हिंसा जैसे 59 से अधिक आपराधिक मामले दर्ज हैं. वह पुरानी और चोरी की गाड़ियों के अवैध कारोबार का सरगना भी माना जाता है. पुलिस के अनुसार, संभल हिंसा में उसकी भूमिका न केवल स्थानीय अपराधियों को भड़काने तक सीमित थी, बल्कि यह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर समन्वित साजिश का हिस्सा थी.
SIT अब शारिक साटा के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी करने की दिशा में तेजी से काम कर रही है. यह नोटिस इंटरपोल के जरिए दुनिया भर की पुलिस एजेंसियों को भेजा जाएगा, जिससे उसके प्रत्यर्पण की प्रक्रिया तेज हो सके. एसपी बिश्नोई ने कहा, “शारिक साटा दुबई में छिपा है, लेकिन हमारी टीम अंतरराष्ट्रीय सहयोग से उसकी गिरफ्तारी सुनिश्चित करेगी.” इसके अलावा, लुकआउट नोटिस भी पहले ही जारी हो चुका है.
संभल हिंसा मामले में SIT ने अब तक 85 से अधिक उपद्रवियों को गिरफ्तार किया है. समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर्रहमान बर्क सहित 23 नामजद आरोपी बनाए गए हैं, जिनमें से कुछ पर लोगों को भड़काने का आरोप है. जून 2025 में दाखिल 1200 पेज की चार्जशीट में शारिक साटा गैंग की भूमिका विस्तार से उजागर की गई है. एक अन्य गुर्गे मुल्ला अफरोज पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) भी लगाया गया है. पुलिस ने जब्त संपत्ति पर डिप्टी एसपी कार्यालय बनाने की योजना भी बनाई है.

