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samantha ruth prabhu out from film citadel due to serious disease nsmp | Samantha Movie: समांथा को हैं ये गंभीर बीमारी, फिल्म ‘सिटाडेल’ से हुईं बाहर, जानें कारण और लक्षण



Samantha Health Update: साउथ इंडस्ट्री में जब भी किसी हॉट एक्ट्रेस की बात होती है तो, अभिनेत्री समांथा रुथ प्रभु का नाम टॉप पर आता है. पिछले कुछ दिनों से समांथा अपने स्वास्थ्य को लेकर चर्चा में बनी हुई हैं. फैंस उनके हेल्थ अपडेट का काफी इंतजार करते रहते हैं. खबरों के अनुसार, समांथा फिल्म ‘सिटाडेल’ से बाहर हो गई हैं. इसका कारण है उनकी गंभीर बीमारी. दरअसल, समांथा मायोसाइटिस (Myositis) नाम की एक बीमारी से जूझ रही हैं. अभिनेत्री ने अपनी इस बीमारी के बारे में अक्तूबर 2022 के दौरान जानकारी दी थी. इसके बाद उनके स्वास्थ्य से जुड़ी कई जानकारी सामने आईं. 
हाल ही में खबर आई है कि समांथा अपनी बीमारी के कारण एक्टिंग से कुछ समय के लिए ब्रेक लेने वाली हैं. इसके साथ ही सामंथा ने एक्टिंग से ब्रेक लेने के लिए कई बॉलीवुड फिल्में छोड़ दी हैं. लेकिन अब इन खबरों में कोई सच्चाई नहीं है. समांथा अब रेगुरल एक्सरसाइज से खुद को फिट कर रही हैं. आइये जानते हैं समांथा को मायोसाइटिस की बीमारी में किस तरह से इलाज करना पड़ा और इसके क्या लक्षण हो सकते हैं. 
मायोसाइटिस बीमारी के लक्षण( Symptoms Of Myositis)मायोसाइटिस तीन प्रकार के होते हैं. पॉलिमायोसाइटिस, डर्मेटोमायोसाइटिस, इंक्लूजन बॉडी मायोसाइटिस. इन तीनों तरह के मायोसाइटिस की बीमारी में मसल्स बहुत कमजोर हो जाते हैं. पोलीमायोसाइटिस की स्थिति में मसल्स में बहुत (Muscles Pain In Myositis) दर्द होते हैं. साथ ही हमेशा थकान महसूस होती है. वहीं बैठने में दिक्कत होती है और खड़े होने पर गिरने का डर रहता है. इसमें शरीर में सूजन भी हो सकती है. मरीज डिप्रेशन का शिकार भी हो जाता है. वहीं डर्मेटोमायोसाइटिस में पॉलीमायोसाइटिस के सारे लक्षण के अलावा बॉडी पर रैशेज भी हो जाते हैं. इसमें मसल्स कमजोर (Weak Muscles In Myositis) होने से पहले रेड, पर्पल या डार्के रैशेज होने लगते हैं. वहीं इंक्लूजन बॉडी मायोसाइटिस में थाईज बहुत कमजोर हो जाते हैं. इसके अलावा कलाई की मांसपेशियां और घुटने के नीचे के मसल्स प्रभावित होते हैं. ये समस्या पुरुषों में अधिक होती है.
क्या है इलाज (Treatment For Myositis)मायोसाइटिस के इलाज के लिए एक्सरसाइज (Exercise In Myositis Disease) सबसे बेहतरीन तरीका है. इसमें फिजियोथेरेपी की मदद से अलग-अलग मायोसाइटिस के लिए अलग-अलग तरह की एक्सरसाइज करनी होती है. इसके अलावा डॉक्टर स्टेरॉयड देकर भी पॉलीमायोसाइटिस और डर्मेटोमायोसाइटिस (Exercise In Dermatomyositis) का इलाज करते हैं. इसके अलावा इम्यूनोग्लोबोलिन थेरेपी (Immunoglobulin Therapy In Myositis) दी जाती है. इसमें हेल्दी एंटीबॉडीज का इंजेक्शन लगाया जाता है, जिससे इम्यून को नुकसान पहुंचाने वाले खराब एंटीबॉडी को रोका जा सके. 
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