Last Updated:July 30, 2025, 14:02 ISTSwan 2025: रामपुर के प्राचीन शिवलिंग की उम्र लगभग 350 साल है. बाबा जयगिरी बताते हैं कि यहां साधु-संतों ने तपस्या की थी. भक्त पन्नी की गांठ बांधते हैं और मन्नत पूरी होने पर घंटी चढ़ाते हैं.अंजू प्रजापति/रामपुर: एक प्राचीन शिवलिंग स्थापित है, जिसकी उम्र लगभग साढ़े तीन सौ साल बताई जाती है। इस मंदिर की देखरेख कर रहे बाबा जयगिरी बताते हैं कि वर्षों पहले यहां कई साधु-संतों ने कठोर तपस्या की थी, जिससे यह स्थान आध्यात्मिक ऊर्जा से भर गया. आज भी इस धाम की दिव्यता और शांति भक्तों को उसी तरह अनुभव होती है, जैसे पुराने समय में हुआ करती थी.
मनोकामना मांगने के लिए बांधते हैं पन्नी की गांठ
शिवधाम से जुड़ी एक खास परंपरा है जो श्रद्धालुओं की आस्था को और भी मजबूत बनाती है. भक्तजन अपनी मुराद पूरी होने की कामना से शिवलिंग के पास पन्नी की एक छोटी गांठ बांधते हैं. ऐसा माना जाता है कि जब उनकी मनोकामना पूरी हो जाती है, तो वे दोबारा मंदिर आकर उस गांठ को खोलते हैं. श्रद्धालुओं के अनुसार यह परंपरा वर्षों से निभाई जा रही है और इससे जुड़े कई चमत्कारी अनुभवों की कहानियां भी लोगों के बीच प्रचलित हैं.
कभी वीरान थी यह जगह
मन्नत पूरी होने पर भक्त मंदिर में पीतल की घंटी चढ़ाते हैं और अक्सर बड़े भंडारे का आयोजन भी करते हैं. यही कारण है कि मंदिर परिसर में सैकड़ों घंटियां लटकी हुई दिखाई देती हैं, जो किसी न किसी पूरी हुई मुराद की प्रतीक हैं. पहले यह स्थान बिल्कुल वीरान था, लेकिन समय के साथ यहां श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ती गई. अब हर सोमवार, महाशिवरात्रि और सावन के पावन महीने में यहां भक्तों का मेला सा लग जाता है. कई श्रद्धालु तो नंगे पैर पैदल यात्रा करके इस पावन धाम में पहुंचते हैं, जो उनकी अटूट भक्ति को दर्शाता है.Lalit Bhattमीडिया फील्ड में एक दशक से अधिक से सक्रिय. साल 2023 में News18 हिंदी से जुड़े. 2010 से नई दुनिया अखबार से पत्रकारिता की शुरुआत की.फिर हिंदुस्तान, ईटीवी भारत, वेबदुनिया समेत कई जगहों पर रिपोर्टिंग और डेस्क में …और पढ़ेंमीडिया फील्ड में एक दशक से अधिक से सक्रिय. साल 2023 में News18 हिंदी से जुड़े. 2010 से नई दुनिया अखबार से पत्रकारिता की शुरुआत की.फिर हिंदुस्तान, ईटीवी भारत, वेबदुनिया समेत कई जगहों पर रिपोर्टिंग और डेस्क में … और पढ़ेंLocation :Rampur,Uttar Pradeshhomedharmभगवान शिव के इस मंदिर में पन्नी की गांठ बांधने से पूरी होती है मनोकामना