Uttar Pradesh

Saharanpur: आईटीसी ने 1500 टीबी मरीजों को लिया गोद, 2025 तक जड़ से खत्म करने का लक्ष्य



रिपोर्ट – निखिल त्यागी

सहारनपुर: केंद्र सरकार 2025 तक देश को टीबी मुक्त करने का फैसला लेकर इस योजना पर निरंतर काम कर रही है. राष्ट्रीय क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम के अंर्तगत स्वास्थ्य विभाग इस दिशा में लगातार जनता को जगरुक्त कर रहा है. इस कार्यक्रम के तहत केंद्र सरकार ने प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान निक्षय मित्र अभियान चलाया है. जिसके जरिए 2025 तक भारत से टीबी को जड़ से खत्म करने का लक्ष्य रखा गया है. इस अभियान के अंतर्गत मोदी सरकार ने टीबी मरीजों को गोद लेने को बढ़ावा दिया है. इस कार्यक्रम के अंतर्गत जनपद सहारनपुर मे आईटीसी लिमिटेड ने 1500 टीबी से पीड़ित मरीजों को गोद लिया है.

सरकार की मंशानुसार जनपद के सरकारी अस्पताल के टीबी सैनेटोरियम सभागार में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कार्यक्रम में सीडीओ विजय कुमार ने कहा कि टीबी कोई लाइलाज बीमारी नहीं है. बशर्ते यदि टीबी मरीज के दवाई लेने का समय, दवाई लेने का तरीका, परहेज और चिकित्सक की सलाह पर चले तो यह बीमारी जड़ से खत्म हो जाएगी. उन्होंने कहा कि टीवी का रोग छुआछूत से नहीं फैलता. रोगियों से किसी भी प्रकार की छुआछूत ना रखे.

भरपूर मात्रा में लें खानाउन्होंने कहा कि टीबी पीड़ित मरीज के लिए दवाई से ज्यादा आपसी प्रेम लाभदायक है. मरीजों का आह्वान करते हुए उन्होंने कहा कि टीबी मरीज को चाहिए कि वह समय पर दवाई लेने के साथ साथ खाना भी भरपूर मात्रा मे ले. CDO विजय कुमार ने बताया कि इस अभियान के अंतर्गत गोद लिए गए टीबी मरीजों के पोषण व निदान के लिए सहायता देने हेतु सरकार द्वारा उनके परिवार के सदस्यों को व्यावसायिक प्रशिक्षण देने की योजना भी दी जा रही है.आईटीसी ने 15 सौ टीबी मरीज गोद लिएजनपद की आईटीसी लिमिटेड ने 15 सौ टीबी से पीड़ित रोगियों को इलाज के गोद लिया है. जिन्हें प्रत्येक माह पोषण किट दी जा रही है. सीडीओ विजय कुमार और सीएमओ डॉ. संजीव मांगलिक ने संयुक्त रूप से टीबी के मरीजों को पोषण किट वितरित की. योजना के तहत जिला अस्पताल मे करीब 100 मरीजों को एक-एक महीने की पोषण किट दी गई. इस दौरान सीएमओ ने कहा कि प्रत्येक मरीज को 6 माह तक पोषण कीट दी जाएगी.

उन्होंने बताया कि टीबी मरीज को पूर्णतः ठीक होने के लिए छह माह तक दवाई खानी होती है औऱ समय समय पर अपनी जांच भी करानी होती है. जिससे मरीज की वास्तविक स्थिति के विषय में चिकित्सकों व मरीज को पता चल जाता है.ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|Tags: Saharanpur news, Uttar pradesh newsFIRST PUBLISHED : December 23, 2022, 16:17 IST



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