आज के समय में हर कोई चाहता है कि उनका दिमाग तेज और फुर्तीला रहे, ताकि जीवन की समस्याओं का समाधान जल्दी और सही तरीके से किया जा सके. आप भी यह चाहेंगे कि आपका दिमाग ज्यादा तेज हो और इसके लिए सद्गुरु ने एक बेहद सरल और प्रभावी तरीका बताया है- वह तरीका है योग में स्क्वाट करना!
सद्गुरु के अनुसार, योग न सिर्फ शरीर के लिए फायदेमंद है, बल्कि यह दिमागी की पावर को भी बढ़ाने का एक बेहतरीन उपाय है. खासकर स्क्वाट करना मेंटल क्लैरिटी और इंटेलेक्चुअल एबिलिटी को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. स्क्वाट से रीढ़ की हड्डी मजबूत होती है, जो मेंटल एनर्जी के फ्लो में मददगार होती है. एक हेल्दी और लचीली रीढ़ की हड्डी से शरीर में एनर्जी का फ्लो बेहतर होता है, जिससे दिमागी ताकत बढ़ती है.
रीढ़ की हड्डी का दिमागी ताकत से संबंधसद्गुरु बताते हैं कि रीढ़ की हड्डी सिर्फ शरीर का सहारा नहीं होती, बल्कि यह एक जटिल संरचना है, जो शरीर के अंदर एनर्जी और संकेतों के फ्लो को कंट्रोल करती है. जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है, रीढ़ की हड्डी संकुचित हो जाती है और नसों को दबाती है, जिससे मेंटल क्लैरिटी में कमी आ सकती है. लेकिन नियमित रूप से स्क्वाट करने से रीढ़ की हड्डी मजबूत रहती है और मेंटल क्लैरिटी बनी रहती है.
स्क्वाट करने का सही तरीकासद्गुरु के अनुसार, स्क्वाट करने के लिए आपको अपने पैरों को एक साथ रखकर नीचे बैठना चाहिए, लेकिन अगर यह आपको कठिन लगता है तो आप पैरों को कंधे की चौड़ाई पर भी रख सकते हैं. शुरुआत में 7 स्क्वाट से शुरुआत करें और हर दो दिन में एक स्क्वाट बढ़ाते जाएं, जब तक कि आप 21 स्क्वाट तक न पहुंच जाएं. यह धीरे-धीरे रीढ़ की हड्डी को लचीला और मजबूत बनाएगा.
अन्य फायदेइसके अलावा, स्क्वाट करने से आपका पोस्चर सही होता है, टखनों की ताकत बढ़ती है और पाचन क्रिया भी बेहतर होती है. यह एक नेचुरल एनर्जी का संचार करता है, जो पूरी सेहत के लिए फायदेमंद है. सद्गुरु का मानना है कि सफलता और ज्ञान की असली नींव साफ सोच है. बिना स्पष्टता के, व्यक्ति आत्मविश्वास पर निर्भर करता है, जो केवल एक नेगेटिव ऑप्शन होता है. स्क्वाट करने से मन की स्पष्टता बढ़ती है, जिससे निर्णय लेने में तेजी और सटीकता आती है.
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.