2007 के बाद से भारत इंग्लैंड में टेस्ट सीरीज जीतने में कामयाब नहीं हुआ है. एमएस धोनी और विराट कोहली की कप्तानी में भी टीम इंडिया इंग्लैंड में टेस्ट सीरीज जीत का परचम नहीं लहरा पाई. ऐसे में टीम के नए टेस्ट कप्तान शुभमन गिल से सभी को उम्मीदें हैं, जो 20 जून से शुरू हो रही 5 मैचों की रेड बॉल सीरीज में भारत की अगुवाई करेंगे. पहला मुकाबल लीड्स, हेडिंग्ले में खेला जाएगा. इससे पहले महान बल्लेबाज और ‘गॉड ऑफ क्रिकेट’ कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर ने टीम इंडिया को थ्री पॉइंट एडवाइस दी है, जिससे युवा टीम इंडिया को मेहमानों पर उन्हीं के घर में भारी पड़ सकती है. तेंदुलकर ने गिल को भी गुरुमंत्र दिया है, जो पहली बार टेस्ट टीम की कमान संभालते नजर आएंगे.
तेंदुलकर की टीम इंडिया को एडवाइस
सचिन तेंदुलकर ने इंग्लैंड दौरे की शुरुआत से पहले भारतीय टीम को सलाह दी है. पहले टेस्ट से पहले तेंदुलकर ने गिल एंड कंपनी को वो तीन पॉइंट बताए, जिनका इंग्लिश परिस्थितियों में खेलते वक्त सबसे ज्यादा ध्यान रखने की जरूरी है. इस भारतीय दिग्गज ने कहा कि टीम को ओवरहेड कंडीशन, हवा की गुणवत्ता और पिच की प्रकृति के बारे में पता होना चाहिए. तेंदुलकर का मानना है कि ये तीन कारक तय करेंगे कि आप इंग्लैंड में कैसे खेलते हैं. उन्होंने कहा कि भारतीय टीम को सावधान रहने और ऐसे स्टेज की पहचान करने की आवश्यकता है.
3 बातों का रखना होगा ध्यान
तेंदुलकर ने एक इंटरव्यू में कहा, ‘इंग्लैंड में खेलते समय आप हमेशा तीन बातें ध्यान में रखते हैं. पहला, ओवरहेड कंडीशन. दूसरा हवा की गुणवत्ता और तीसरा पिच की स्थिति. इनमें से प्रत्येक कारक इस बात को प्रभावित करता है कि आपको कैसे खेलना चाहिए. खेल में ऐसा समय आएगा जब आपको शॉट खेलना बहुत मुश्किल लगेगा. इसलिए आपको सावधान रहने और ऐसे समय की पहचान करने की आवश्यकता है.’
बल्लेबाजों को दी ये नसीहत
तेंदुलकर ने कहा कि बल्लेबाजों के लिए गेंदों को सही ढंग से पहचानना और क्रीज पर समय बिताना महत्वपूर्ण होगा. उन्होंने कहा कि एक बार सूरज निकलने पर बल्लेबाज बहुत सारे रन बना सकते हैं. टेस्ट में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले इस दिग्गज ने कहा, ‘गेंदों को छोड़ना डिफेंसिव नहीं है बल्कि, यह सही ढंग से गेंदों को छोड़ने और सही समय तक खेलने की इच्छा का प्रदर्शन भी है. एक बार जब सूरज निकल जाता है तो यह बल्लेबाजी के लिए एक सुंदर ट्रैक होता है, जहां बल्लेबाज बहुत सारे रन बना सकते हैं.’
गिल को दिया गुरु मंत्र
सचिन तेंदुलकर ने शुभमन गिल से कहा कि वह साहसिक फैसले लें और भारतीय कप्तान के रूप में अपने पहले मैच से पहले बाहरी शोर से प्रभावित न हों. क्रिकबज से बात करते हुए तेंदुलकर ने कहा कि गिल को बड़े फैसले लेने के लिए साहसी होना चाहिए और दूसरों की बातों की चिंता नहीं करनी चाहिए, जब तक कि निर्णय टीम के सर्वोत्तम हित में लिए जा रहे हों. उन्होंने कहा, ‘मेरी सलाह है कि वे साहसिक फैसले लें और बाहरी दुनिया की चिंता न करें, जब तक कि निर्णय टीम के हित में लिया जा रहा हो.’