Rusty Hinge Feeling in Knee Joints Are Sign of These 5 Disease Synovial Fluid Osteoarthritis | घुटनों के जोड़ में क्यों महसूस होने लगता है जंग लगने जैसा अहसास, कहीं ये बीमारियां तो नहीं?

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Rusty Hinge Feeling in Knee Joints Are Sign of These 5 Disease Synovial Fluid Osteoarthritis | घुटनों के जोड़ में क्यों महसूस होने लगता है जंग लगने जैसा अहसास, कहीं ये बीमारियां तो नहीं?



Rusty Hinge Feeling in Knee Joints: अक्सर उम्र बढ़ने के साथ या ज्यादा देर बैठे रहने के बाद जब हम खड़े होते हैं, तो घुटनों में जंग लगने जैसा अहसास होता है. जैसे ज्वॉइंट्स जाम हो गए हों, चलने में दर्द हो या आवाज आए. ये समस्या मामूली नहीं होती, बल्कि शरीर के अंदर हो रहे बदलाव या किसी गंभीर बीमारी का संकेत भी हो सकती है.
क्या होता है ये ‘जंग जैसा अहसास’?जब हम घुटनों को मोड़ते या सीधा करते हैं और उसमें अकड़न, भारीपन या खड़कने जैसी आवाज महसूस होती है, तो लोग अक्सर इसे ‘जंग लगना’ कहते हैं. असल में ये जोड़ की सतह पर मौजूद कार्टिलेज के घिसने, सूजन या फ्लूड की कमी की वजह से होता है.
इसके पीछे क्या वजह हो सकती हैं?
1. ऑस्टियोआर्थराइटिस (Osteoarthritis)ये सबसे आम कारण है. इसमें जोड़ों का कार्टिलेज धीरे-धीरे घिसने लगता है, जिससे हड्डियां आपस में रगड़ने लगती हैं. इसके कारण जंग जैसा अहसास, दर्द, सूजन और चलने में परेशानी होती है.
2. ज्वॉइंट्स में लुब्रिकेशन की कमीजोड़ों में मौजूद ‘साइनोवियल फ्लूड’ (Synovial Fluid) उनकी मूवमेंट को स्मूथ बनाता है. उम्र, डिहाइड्रेशन या न्यूट्रीशन की कमी के कारण ये फ्लूड कम हो जाता है, जिससे घुटने जाम लगने लगते हैं.
3. हद से ज्यादा वजनबहुत ज्यादा वजन घुटनों पर एक्सट्रा प्रेशर डालता है, जिससे उनका जल्दी घिसना शुरू हो जाता है.
4. लंबा समय एक ही पोजिशन में रहनाकुर्सी पर लगातार बैठे रहने या टांग पर टांग रखकर बैठने से भी जोड़ जाम महसूस होते हैं.
5. रुमेटॉइड आर्थराइटिसये एक ऑटोइम्यून डिजीज है जिसमें बॉडी की इम्यूनिटी ही जोड़ों पर हमला करने लगती है. इसमें भी जंग जैसा अहसास, सूजन और दर्द होता है.
क्या करें?फिजिकल एक्टिविटी: रोजाना हल्की एक्सरसाइज, जैसे वॉकिंग या स्ट्रेचिंग, जोड़ों को सक्रिय रखता है.
1. गर्म-ठंडी सिंकाई: अकड़न में राहत मिलती है.
2. हेल्दी डाइट: कैल्शियम, विटामिन डी और ओमेगा-3 से भरपूर खाना जोड़ की सेहत के लिए जरूरी है.
3. डॉक्टर से चेकअप: अगर लक्षण बढ़ते जाएं तो ऑर्थोपेडिक से मिलें. X-ray या MRI से सही कारण पता लगाया जा सकता है.
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.



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