न्यूयॉर्क, 20 सितंबर (एवाम का सच) – उत्तर अमेरिकी एयरोस्पेस रक्षा नियंत्रण (नॉर्ड) ने बुधवार को कहा कि उसने अलास्का एयर डिफेंस आइडेंटिफिकेशन ज़ोन (एडीआईज़े) में रूसी विमानों की गतिविधि का पता लगाया है। नॉर्ड ने बताया कि विमानों को दो टीयू-95 और दो एसयू-35 के रूप में पहचाना गया है, जो दोनों ही लंबी दूरी के रणनीतिक बमवर्षक हैं और उन्नत लड़ाकू विमान हैं।
नॉर्ड ने एक बयान में कहा, “रूसी सैन्य विमान अंतर्राष्ट्रीय हवाई क्षेत्र में रहे और अमेरिकी या कनाडाई संप्रभु हवाई क्षेत्र में नहीं गए। अलास्का एडीआईज़े में रूसी गतिविधि नियमित रूप से होती है और यह खतरा नहीं है।”
नॉर्ड ने कहा कि उसने अलास्का एडीआईज़े में एक ई-3, चार एफ-16 और चार केई-135 टैंकरों को भेजा था ताकि वह रूसी विमानों को पहचान सके और उन्हें पकड़ सके।
इससे पहले, नॉर्ड ने बताया था कि अलास्का एडीआईज़े की सीमा अमेरिका और कनाडा के संप्रभु हवाई क्षेत्र के अंतिम बिंदु से शुरू होती है।
अलास्का एडीआईज़े में रूसी विमानों की गतिविधि के बारे में नॉर्ड का यह बयान ऐसे समय पर आया है जब रूस को नाटो सहयोगी देश एस्टोनिया और पोलैंड के हवाई क्षेत्र में घुसपैठ का आरोप लगाया जा रहा है।
एस्टोनिया के विदेश मंत्री मार्गस ट्साह्कना ने कहा, “रूस ने इस साल चार बार एस्टोनिया के हवाई क्षेत्र में घुसपैठ की है, जो स्वीकार्य नहीं है। लेकिन आज की घुसपैठ में तीन लड़ाकू विमानों ने एस्टोनिया के हवाई क्षेत्र में घुसपैठ की, जो बहुत ही अनोखा और खतरनाक है।”
नाटो ने एस्टोनिया के अनुरोध पर मंगलवार को अपने सदस्य देशों की बैठक की, जिसमें रूस के कार्यों को “बढ़ते खतरे” के रूप में वर्णित किया गया था।
नाटो के महासचिव मार्क रुटे ने कहा, “हम चाहते हैं कि रूस के कार्यों को रोका जाए। हम तैयार हैं और तैयार हैं कि हम अपने सहयोगी देशों की संप्रभु हवाई क्षेत्र की रक्षा के लिए काम करें।”
इस बीच, रूस ने एस्टोनिया के हवाई क्षेत्र में घुसपैठ के मामले में अपनी प्रतिक्रिया दी है। रूसी रक्षा मंत्रालय ने कहा है कि एस्टोनिया के हवाई क्षेत्र में घुसपैठ के दौरान रूसी विमानों ने कोई गलती नहीं की है।
इस मामले में एस्टोनिया के विदेश मंत्री मार्गस ट्साह्कना ने कहा है कि रूस के कार्यों को रोकने के लिए एस्टोनिया को नाटो सहयोगी देशों के साथ मिलकर काम करना होगा।
इस मामले में नाटो के महासचिव मार्क रुटे ने कहा है कि नाटो सहयोगी देशों को रूस के कार्यों के खिलाफ एकजुट होना होगा और रूस के कार्यों को रोकने के लिए काम करना होगा।
इस मामले में एस्टोनिया के विदेश मंत्री मार्गस ट्साह्कना ने कहा है कि एस्टोनिया को नाटो सहयोगी देशों के साथ मिलकर काम करना होगा और रूस के कार्यों के खिलाफ एकजुट होना होगा।
इस मामले में नाटो के महासचिव मार्क रुटे ने कहा है कि नाटो सहयोगी देशों को रूस के कार्यों के खिलाफ एकजुट होना होगा और रूस के कार्यों को रोकने के लिए काम करना होगा।