RP Singh Cricketer Team India: भारतीय क्रिकेट में एक से बढ़कर एक तूफानी तेज गेंदबाज हुए हैं. कुछ अपनी तेजी से तो कुछ स्विंग से विपक्षी बल्लेबाजों को चकमा देते थे. जहीर खान, इरफान पठान, प्रवीण कुमार और भुवनेश्वर कुमार स्विंग को लेकर काफी मशहूर हुए. इन दिग्गजों ने इसी के सहारे सैंकड़ों सफलता हासिल की. इन्हीं में एक तेज गेंदबाज रुद्र प्रताप सिंह (आरपी सिंह) थे. 2005 से लेकर 2011 तक आरपी टीम इंडिया के अहम सदस्य थे और कई बड़ी जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई.
2007 टी20 वर्ल्ड कप फाइनल में कमाल
टी20 वर्ल्ड कप 2007 के फाइनल को कोई भारतीय क्रिकेट प्रेमी नहीं भूल सकता. जोहान्सबर्ग में पाकिस्तान के खिलाफ 4 ओवर में 26 रन देकर आरपी सिंह ने 3 विकेट झटक लिए थे. आरपी ने मोहम्मद हफीज, कामरान अकमल और उमर गुल को आउट किया था. भारत ने उस मुकाबले में जीत हासिल की. आरपी ने 2005 में वनडे फॉर्मेट में इंटरनेशनल डेब्यू किया था और धीरे-धीरे वह खेल के तीनों प्रारूप में टीम के अहम गेंदबाज बन गए.
आरपी के करियर का खराब दौर
हर खिलाड़ी के करियर में एक समय ऐसा आता है जब उसका फॉर्म खराब होता है. कुछ ऐसा ही आरपी के साथ हुआ. 2009 में टी20 टीम से बाहर होने के बाद वह कभी इस फॉर्मेट में भारत के लिए नहीं खेल पाए. वह ऐसा दौर था जब वह टीम से अंदर-बाहर हो रहे थे. उनकी जगह पक्की हीं थी. इसी कारण 2011 में इंग्लैंड दौरे के लिए उनका चयन नहीं हुआ था. वहां महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी वाली टीम की हालत खराब थी. शुरुआती तीनों टेस्ट में भारत को हार का सामना करना पड़ा था.
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मियामी से लंदन पहुंचे आरपी
चार टेस्ट मैचों की सीरीज में भारत 0-3 से पीछे था. आखिरी मुकाबला लंदन के ओवल में होना था. क्लीन स्वीप से बचने के लिए आरपी सिंह को टीम के साथ जोड़ा गया. जब उनके पास टीम से जुड़ने के लिए कॉल गया था, उस वक्त आरपी अमेरिका के मियामी में छुट्टियां मना रहे थे. उन्हें अचानक टीम में बुलाया गया और चौथे टेस्ट की प्लेइंग-11 में शामिल कर लिया. यह फैसला टीम मैनेजमेंट के लिए सही साबित नहीं हुआ. आरपी ने पहली पारी में 34 ओवर गेंदबाजी की और 118 रन दे दिए. वह एक भी विकेट नहीं ले पाए. भारत पारी और 8 रन से मैच हार गया.
इंग्लैंड में ही खत्म हो गया करियर
अमेरिका से छुट्टियों को बीच में रद्द करके टीम के साथ जुड़ने वाले आरपी एक ही पारी में गेंदबाजी कर पाए और फिर कभी टीम इंडिया के लिए टेस्ट नहीं खेल पाए. उसी दौरे पर उन्हें फिर वनडे सीरीज में भी खेलने का मौका मिला. पांच में से तीन वनडे में उन्हें प्लेइंग-11 में शामिल किया गया. इस दौरान उन्होंने 4 विकेट लिए. इंग्लैंड के इसी दौरे पर उनका करियर समाप्त हो गया और फिर वह किसी फॉर्मेट में आगे नहीं खेल पाए.
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ऐसा रहा आरपी का करियर
आरपी ने 4 सितंबर 2018 को क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास की घोषणा की. 2005 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में डेब्यू करने वाले आरपी सिंह ने कुल 14 टेस्ट, 58 वनडे और 10 टी20 मैच खेले. टेस्ट क्रिकेट में उन्होंने 40 विकेट लिए, जबकि वनडे में 69 विकेट उनके नाम रहे. टी20 में उन्होंने 15 विकेट अपने नाम किए.