ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान रिकी पोंटिंग ने कंगारू टीम को दो बार वनडे वर्ल्ड कप की ट्रॉफी जिताई है. रिकी पोंटिंग की कप्तानी में ऑस्ट्रेलिया ने 2003 और 2007 का वनडे वर्ल्ड कप जीता था. रिकी पोंटिंग अपने खेल के दिनों में खिलाड़ी और एक कप्तान के तौर पर बहुत खतरनाक थे. हालांकि अब मौजूदा दौर में वह विराट कोहली और रोहित शर्मा की महानता के मुरीद हैं. रिकी पोंटिंग ने एक ऐसा बयान दिया है, जिसे सुनकर भारतीय फैंस बहुत गर्व महसूस करेंगे.
विराट-रोहित के संन्यास पर ये क्या बोल गए रिकी पोंटिंग?
विराट कोहली और रोहित शर्मा ने हाल ही में टेस्ट क्रिकेट से संन्यास का ऐलान कर दिया, जिससे क्रिकेट फैंस बेहद खफा हैं. रिकी पोंटिंग ने अब विराट कोहली और रोहित शर्मा के टेस्ट संन्यास पर अपना रिएक्शन दिया है. रिकी पोंटिंग ने ICC रिव्यू से कहा, ‘ऐसे खिलाड़ियों (विराट कोहली और रोहित शर्मा) की जगह लेना हमेशा बहुत मुश्किल होता है, जो इतने लंबे समय से टीम में हैं और जिन्होंने बहुत ज्यादा टेस्ट क्रिकेट खेला है, लेकिन अगर कोई देश इसे तेजी से ऐसा कर सकता है तो वह भारत है, क्योंकि उनके पास युवा टैलेंट है.’
रिकी पोंटिंग ने दिया बड़ा बयान
रिकी पोंटिंग ने कहा, ‘मैंने IPL में पिछले 10 सालों में इसे प्रत्यक्ष रूप से देखा है, और हमने (यशस्वी) जायसवाल जैसे खिलाड़ियों को उभरते हुए देखा है, जिन्होंने भारत के लिए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में कदम रखा और लगभग तुरंत ही अच्छा प्रदर्शन किया. जबकि टैलेंट को प्रदर्शन में बदलना एक वह पहलू है, जिसे भारत आसानी से कर सकता है. अनुभव एक महत्वपूर्ण तत्व है, जिसकी कमी होगी. शुभमन गिल जैसे युवा कप्तान के साथ भी, उनके पास केएल राहुल और जसप्रीत बुमराह जैसे कुछ अनुभवी खिलाड़ी होंगे.’
बेहतर तरीके से संभाल सकता है भारत
रिकी पोंटिंग ने कहा, ‘टीम के रिबिल्डिंग फेज में, मुझे लगता है कि भारत अन्य टीमों की तुलना में इसे बेहतर तरीके से संभाल सकता है.’ बता दें कि इंग्लैंड दौरे के लिए रवाना होने से पहले शुभमन गिल ने विराट कोहली और रोहित शर्मा के टेस्ट संन्यास पर अपना बयान दिया था. शुभमन गिल ने टीम इंडिया की प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ‘विराट कोहली और रोहित शर्मा दोनों ही अनुभवी खिलाड़ी हैं, जिन्होंने हमारे लिए कई जीत हासिल की हैं. ऐसी टैलेंट की जगह लेना हमेशा चुनौतीपूर्ण होता है, लेकिन हमारी टीम में युवा और अनुभवी खिलाड़ियों का अच्छा मिश्रण है. इस स्थिति से अतिरिक्त दबाव नहीं पड़ता, क्योंकि हमारी टीम हमेशा तनाव को संभालने के लिए तैयार रहती है और जानती है कि ऐसी परिस्थितियों में कैसे जीतना है.’